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राम मंदिर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा 5 लाख मंदिरों में: विश्व हिन्दू परिषद्

भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या में बन रहा राम मंदिर अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम से पहले Sputnik India ने इससे जुड़ी तैयारियों के बारे में जानने का प्रयास किया है।
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रेपोर्ट्स के अनुसार, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 22 जनवरी को मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापित की जाएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आयोजित राम मंदिर कार्यक्रम में लगभग 7,000 लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है।
इन 7000 लोगों में 4000 के लगभग संत समाज के लोगों को इस आयोजन के लिए बुलाया जाएगा, जो देश भर के विभिन्न संप्रदायों और क्षेत्रों से जुड़े होंगे। बाकी 3000 लोगों में विभिन्न क्षेत्रों के महारथी भी सम्मिलित होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इनमें सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। इनके अतिरिक्त आमंत्रित लोगों में अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी भी सम्मिलित होने वाले हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, आयोजन में सम्मिलित होने वाले कुछ विशिष्ट अतिथियों में देश के न्यायाधीश, वैज्ञानिक, लेखक, कवि, संत, पुजारी, शंकराचार्य, धार्मिक नेता, पूर्व सिविल सेवक, पद्म श्री, पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्तकर्ताों को भी निमंत्रण दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त भारत में सबसे अधिक प्रसिद्ध रहे रामायण टीवी सीरीज के मुख्य कलाकार अभिनेता अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया भी आयोजन में सम्मिलित होंगे, जिन्होंने रामायण में राम और सीता के किरदार निभाये थे। सूत्रों के माध्यम से बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी आयोजन से एक दिन पहले 21 जनवरी को आयोध्या आ जाएंगे। उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश की गवर्नर भी होंगे।
Sputnik India ने विश्व हिन्दू परिषद के मीडिया प्रभारी विनोद बंसल से मंदिर के कार्य के बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि अधिकतर कार्य दिसंबर के अंत तक पूर्ण हो जाएगा और जो भी अंत का कार्य थोड़ा शेष होगा वह भी 10 जनवरी से पहले समाप्त कर लिया जाएगा।
22 जनवरी के आयोजन के लिए निमंत्रित किये गये लोगों के बारे में उन्होंने बताया कि देश भर के 150 अलग अलग संप्रदायों से जुड़े 3000 संत समाज के लोगों को इस विशाल आयोजन के लिए बुलाया जाएगा। कुल निमंत्रण में कुछ को अभी भेजा जा चुका है, बाकि को भी भेजा जा रहा है।

"7000 लोगों के लिए निमंत्रण पत्र सूची तैयार की हैं, जिसमें 4000 संत समाज के लोगों को आमंत्रण दिया जाएगा, और बचे 3000 में देश के अपने अपने क्षेत्रों के महारथियों को बुलाया जाएगा जो कला, राजनीति, खेल जगत आदि से जुड़े हैं। इसके अतिरिक्त देश विदेशों के प्रमुख लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा," विनोद बंसल ने बताया।

जो लोग कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होंगे उनके लिए भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अलग से एक योजना बनाई है।
Workers are engaged in the construction of a temple of Hindu god Ram, at the site of demolished Babri Masjid mosque in Ayodhya, India, Sunday, July 9, 2023.
उन्होंने आगे बताया कि दो साल पहले जब 15 जनवरी से 28 फरवरी तक हमारे निजी संपर्क अभियान चलाया गया था तब 13 करोड़ से अधिक परिवारों से संपर्क किया था, जिसकी सहायता से हजारों करोड़ की सहायता ट्रस्ट को मिले थी।

"हम आगे 1 जनवरी से 15 जनवरी के मध्य लगभग 10 करोड़ परिवारों को निमंत्रण देने जा रहे हैं, निमंत्रण में कार्यकर्ता लोगों को अक्षत निमंत्रण पत्र, राम मंदिर का ब्योरा और राम जी का चित्र भी लोगों को देंगे, जिसे वे अपने पूजा के मंदिर में रख कर उसकी पूजा कर सकें। लगभग 50 से 60 करोड़ लोग पूजा में सीधे तौर अनलाइन सहभागी होंगे। देश भर के लगभग 5 लाख भारत के मंदिरों में ऐसी व्यवस्था की जाएगी, लोग सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक उस धार्मिक अनुष्ठान में सहभागी बन सकें," मीडिया प्रभारी विनोद बंसल ने बताया।

"मंदिरों में एलईडी के माध्यम से अयोध्या के अनुष्ठान का लाइव प्रशारण लाइव देखा जा सकेगा," उन्होंने कहा।
आगे वीएचपी मीडिया प्रभारी बंसल ने Sputnik India को बताया कि "हमने लोगों से कहा है कि वे अपने घर के पास वाले मंदिर को ही अयोध्या समझे, चाहे आम हो या विशेष या विश्व के किसी भी कोने में हो वह इस कार्यक्रम में भाग ले सकेगा। हमारा निवेदन मंदिरों में व्यवस्था करने का है परंतु जनता अपने अनुसार से भी कार्यक्रम करेगी।"
जब विनोद बंसल से पुछा गया कि आम लोगों के लिए मंदिर दर्शन हेतु कब खुल जाएगा तब उन्होंने बताया कि अगले दिन से लोग दर्शन कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त विश्व हिन्दू परिषद भी स्पेशल ट्रेन सेवा चलाने की तैयारी में है, जिससे एक बार में 1000 से अधिक लोगों को अयोध्या में दर्शन के लिए ले जाया जा सके।

"23 जनवरी के बाद कोई भी यहां आ सकता है। इसके अतिरिक्त हमने एक योजना बनाई है कि 27 जनवरी से 1000 लोगों को हम ट्रेन के माध्यम से अयोध्या दर्शन के लिए लेकर आएंगे। यह ट्रेन दिल्ली से स्पेशल ट्रेन से अयोध्या जाएगा। अभी रेल मंत्रालय से ट्रेन के लिए बातचीत चल रही है," बंसल ने बताया।

आयोजन समारोह में सम्मिलित होने के लिए ट्रस्ट ने एक अत्याधुनिक प्रवेश प्रणाली लगाने की व्यवस्था की है। वीवीआईपी को बार-कोडेड पास के माध्यम से प्रवेश मिलेगा, जिससे एक व्यवस्थित और सुरक्षित कार्यक्रम सुनिश्चित होगा। आमंत्रित लोगों के साथ एक पंजीकरण लिंक साझा किया जाएगा, और पंजीकरण के उपरांत उनके प्रवेश पास के रूप में एक बार कोड उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा।
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