इस अनुबंध पर हस्ताक्षर समारोह के दौरान दोनों देशों के कई उच्च-रैंकिंग अधिकारियों ने भाग लिया। उपस्थित लोगों में सऊदी अरब के सैन्य उद्योग अथॉरिटी के गवर्नर जनरल महामहिम अहमद अब्दुलअज़ीज़ अल-ओहाली और भारत के राज्य रक्षा मंत्री अजय भट्ट शामिल थे।
रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL) ने इस समझौते के बारे में सोशल मीडिया साइट एक्स पर फोटो के साथ जानकारी साझा की।
MIL ने एक्स पर लिखा, "MIL ने अपने साझेदार, नद्रा कंपनी के माध्यम से सऊदी अरब साम्राज्य को आर्टिलरी गोला-बारूद की आपूर्ति के लिए 225 मिलियन अमरीकी डालर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।"
यह समझौता दोनों देशों के बीच तेजी से मजबूत होते सैन्य संबंधों को भी दर्शाता है, इसके अलावा यह भारत के लिए इतिहास में सबसे बड़े भारतीय रक्षा निर्यात सौदों में से एक है।
इस करार पर हस्ताक्षर भारत और सऊदी अरब की सैनाओं के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यासों की एक श्रृंखला के बीच हुआ है। हाल ही में दोनों देशों की थल सेना और विशेष बलों की 'सदा तानसीक' और 'डेजर्ट साइक्लोन' नामक अभ्यास में भागीदारी देखी गई। ये संयुक्त गतिविधियां भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत सैन्य संबंधों के प्रमाण के रूप में काम करती हैं।
इस करार पर हस्ताक्षर भारत और सऊदी अरब की सैनाओं के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यासों की एक श्रृंखला के बीच हुआ है। हाल ही में दोनों देशों की थल सेना और विशेष बलों की 'सदा तानसीक' और 'डेजर्ट साइक्लोन' नामक अभ्यास में भागीदारी देखी गई। ये संयुक्त गतिविधियां भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत सैन्य संबंधों के प्रमाण के रूप में काम करती हैं।