रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने 15 विमानों की खरीद को स्वीकृति दे दी, जिसमें भारतीय नौसेना के लिए नौ बहु-मिशन समुद्री निगरानी विमान और भारतीय तटरक्षक बल के लिए छह नौसैनिक गश्ती विमान सम्मिलित हैं।
रक्षा मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, "आत्मनिर्भरता की सच्ची भावना में 16 फरवरी, 2024 को हुए अनुमोदन में भारतीय विक्रेताओं से विभिन्न उपकरणों की खरीद पर विशेष रूप से बल दिया गया है।"
मंत्रालय ने कहा, "डीएसी ने भारतीय वायु सेना की परिचालन क्षमताओं और पहुंच को बढ़ाने के वास्ते ‘फ्लाइट रिफ्यूलर एयरक्राफ्ट’ की खरीद के लिए आवश्यक स्वीकृति (एओएन) प्रदान की है।"
ये विमान C-295 परिवहन विमान पर बनाए जाएंगे, जिनका निर्माण भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एयरबस के संयुक्त उद्यम में किया जाएगा।
प्रमुख पूंजी अधिग्रहणों को स्वीकृति देने के लिए डीएसी रक्षा क्षेत्र में शीर्ष निकायों में से एक है। इन विमानों की खरीद की कुल लागत लगभग 290 अरब रुपये होने की आशा है।
बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के लिए 463 स्वदेश निर्मित 12.77 मिमी स्थिर रिमोट कंट्रोल बंदूकों के निर्माण और आपूर्ति के लिए कानुपर की फर्म के साथ 1752 करोड़ रुपये के अनुबंध पर सप्ताह की शुरुआत में हस्ताक्षर किए।