विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

आदित्य-L1 के PAPA पेलोड ने कोरोनल मास इजेक्शन का सौर पवन प्रभाव का पता लगाया: इसरो

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया कि PAPA पेलोड चालू हो गया है। इससे पहले CMI पिछले साल 12 दिसम्बर को हुआ था।
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भारत के सूर्य के बारे में जानकारी इकट्ठा देने के लिए भेजे गए आदित्य-एल1 पर लगे आदित्य (पापा) पेलोड के लिए प्लाज्मा एनालाइजर पैकेज ने कोरोनल मास इजेक्शन (CMI) सहित सौर वायु प्रभाव का 10-11 फरवरी के दौरान हुए पता लगाया।
इसरो के बयान के मुताबिक PAPA एक ऊर्जा और द्रव्यमान विश्लेषक है जिसे कम ऊर्जा सीमा में सौर पवन इलेक्ट्रॉनों और आयनों के इन-सीटू माप के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें सौर पवन इलेक्ट्रॉन ऊर्जा जांच और सौर पवन आयन संरचना विश्लेषक दो सेंसर हैं, इसमें लगाए गए सेंसर सौर वायु कणों के आगमन की दिशा मापने के लिए भी सुसज्जित हैं।
PAPA-आदित्य-L1 पर SWEEP और SWICAR सेंसर वर्तमान में डिफ़ॉल्ट मोड में सौर पवन इलेक्ट्रॉनों और आयनों का निरंतर अवलोकन कर रहे हैं, यह प्रदर्शित करते हुए कि वे संचालन के सभी तरीकों में डिजाइन के अनुसार प्रदर्शन कर रहे हैं।
PAPA द्वारा की गई टिप्पणियाँ अंतरिक्ष मौसम की स्थिति की निगरानी में इसकी प्रभावशीलता और सौर घटनाओं का पता लगाने और विश्लेषण करने की क्षमता पर जोर देती हैं।
इस PAPA पेलोड को विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC)/ISRO की अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला और एवियोनिक्स इकाई द्वारा विकसित किया गया है।
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