नशीली दवाओं को लेकर की गई केंद्र सरकार की कार्यवाही के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि साल 2013 से 2016 तक पिछली सरकार की तुलना में मोदी सरकार द्वारा जब्त की गई दवाओं की संख्या तीस गुना थी।
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला भेजी और नशीली दवाओं के खतरे से निपटने में मोदी सरकार की सफलता के बारे में तीन वीडियो जारी करते हुए एक पोस्ट में शाह ने कहा कि नार्को के प्रति मोदी सरकार क्रूर दृष्टिकोण अपनाती है।
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला भेजी और नशीली दवाओं के खतरे से निपटने में मोदी सरकार की सफलता के बारे में तीन वीडियो जारी करते हुए एक पोस्ट में शाह ने कहा कि नार्को के प्रति मोदी सरकार क्रूर दृष्टिकोण अपनाती है।
गृह मंत्री ने एक्स पर लिखा, "नार्को के प्रति मोदी सरकार के क्रूर दृष्टिकोण का नतीजा गिरफ्तारियों और जब्ती की संख्या में भारी वृद्धि है। अवैध नशीली दवाओं के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए बहुआयामी प्रयासों के कारण, जब्त किए गए नशीले पदार्थों की मात्रा में लगभग 100% की वृद्धि हुई और इसका कारोबार करने वालों के खिलाफ दर्ज मामलों में 152% की वृद्धि हुई।"
गृह मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2006 से 2013 की अवधि के दौरान दर्ज मामलों की संख्या 1257 थी जो 2014-2023 के दौरान 3 गुना बढ़कर 3755 हो गई। गिरफ्तारियाँ 2006-13 की अवधि में 1363 से 4 गुना बढ़कर 2014-23 की अवधि में 5745 हो गई।
अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "ड्रग्स फ्री भारत हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए सबसे बड़ा उपहार है। हमारा देश पीएम मोदी के नेतृत्व में नशे की लत का पता लगाने, नशीली दवाओं के नेटवर्क को नष्ट करने और नशे की लत के शिकार लोगों के पुनर्वास के माध्यम से इस लक्ष्य को तेजी से हासिल कर रहा है।"
मोदी सरकार के कार्यकाल में जब्त की गई दवाओं की मात्रा दोगुनी होकर 3.95 लाख किलोग्राम हो गई है जो कि 2006-13 के दौरान 1.52 लाख किलोग्राम थी। जब्त दवाओं का मूल्य इस दौरान 30 गुना बढ़कर 22,000 करोड़ रुपये हो गया, जो 2006-13 की अवधि में 768 करोड़ रुपये था।