फोर्ब्स समाचार एजेंसी के अमेरिकी विशेषज्ञ डेविड एक्स ने ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को हस्तांतरित किए गए चैलेंजर-2 टैंकों की आलोचना की और उन्हें बेकार बताया।
उन्होंने ब्रिटिश टैंक द्वारा ले जाई जाने वाली 120 मिमी राइफल वाली बंदूक की भी आलोचना की है। उन्होने लिखा कि बंदूक की बैरल मात्र 500 शॉट्स के बाद खराब हो जाती है, जबकि एक स्मूथबोर बंदूक की सेवा जीवन तीन गुना अधिक है।
डेविड एक्स के अनुसार, यूक्रेन को 14 चैलेंजर-2 टैंक मिले, उनमें से एक नष्ट हो गया। "उनकी सेवा और मरम्मत के लिए पैसा जारी करने में कोई अर्थ नहीं है। जब वे फंस जाते हैं तो उन्हें खींचने का प्रयास करना बेकार है," पत्रकार ने लिखा।
रूस का मानना है कि यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति बातचीत में बाधा डालते हुए सीधे स्तर पर नाटो देशों को संघर्ष में सम्मिलित करती है और "यह आग से खेलने जैसा है।" रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने कहा है कि यूक्रेन के लिए हथियार रखने वाला कोई भी माल रूस के लिए वैध लक्ष्य बन जाएगा। उनके अनुसार, अमेरिका और नाटो सीधे स्तर पर संघर्ष में सम्मिलित हैं, जिसमें न मात्र हथियारों की आपूर्ति, बल्कि ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और अन्य देशों में कर्मियों को प्रशिक्षण देना भी निहित है।