भारत की अमेरिकी आलोचना: रणनीतिक प्रेरणाओं और भू-राजनीतिक वास्तविकताओं की खोज
वैश्विक रणनीतिक एवं सैन्य विश्लेषक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. एसबी अस्थाना ने Sputnik India को बताया, "यह बयान अमेरिका, विशेष रूप से डेमोक्रेट्स की उस प्रवृत्ति को उजागर करता है, जिसे "दुनिया की नैतिक पुलिसिंग" कहा जाता है, एक ऐसी प्रथा जिसका अक्सर उल्टा असर होता है। भारत की आलोचना को इसी दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में देखा जाता है।"
रॉय के अनुसार, इस आलोचना की एक और वजह, "मास्को के साथ भारत के घनिष्ठ संबंधों को कमजोर करने के उद्देश्य से भारत पर दबाव डालना है"।
दोहरा मापदंड
अस्थाना ने कहा, "अमेरिका के पास दूसरों को उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है, विशेष रूप से अगर उसके स्वयं के सैन्य कार्यों देखा जाए, जैसे कि इराक में, जिसमें औचित्य का अभाव था क्योंकि सामूहिक विनाश के कोई हथियार नहीं पाए गए थे। इराक, अफगानिस्तान और लीबिया में ये ऑपरेशन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मंजूरी के बिना प्रभावित देशों की संप्रभुता की अनदेखी और उनके सुरक्षा हितों को कमजोर करते हुए किए गए थे।"
**प्रतिबंधित आतंकवादी समूह