तालिबान के आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी के मुताबिक, हमला सोमवार रात हेरात प्रांत के गुजरा जिले में हुआ। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट लिखकर सूचना दी कि जांच चल रही है।
किसी संगठन ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और हमलावर मौके से भाग गया। स्थानीय मीडिया के अनुसार मारे गए लोगों में मस्जिद के इमाम भी शामिल हैं। इसके अलावा हमले में एक अन्य उपासक भी घायल हो गया।
इस बीच अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने एक्स पर लिखा, "मैं इमाम ज़मान मस्जिद पर हमले की कड़ी निंदा करता हूँ और इस आतंकवादी कृत्य को सभी धार्मिक और मानवीय मूल्यों के खिलाफ मानता हूं।"
अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट** तालिबान का एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी है और अक्सर देश भर में स्कूलों, अस्पतालों, मस्जिदों और शिया क्षेत्रों को निशाना बनाता है।
20 साल के युद्ध के बाद देश से अमेरिकी और नाटो सैनिकों की अराजक वापसी के आखिरी हफ्तों के दौरान अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता पर अधिकार कर लिया। तालिबान के अधिग्रहण के बाद से आईएस से जुड़ा सबसे भयानक हमला साल 2022 में हुआ था, जब एक शिक्षा केंद्र पर आत्मघाती बम विस्फोट में 46 छात्राओं सहित कम से कम 53 लोग मारे गए थे।
*संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन
**रूस और अन्य देशों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन