व्यापार और अर्थव्यवस्था

रूस अप्रैल में भी भारत का शीर्ष तेल आपूर्तिकर्ता बना रहा

फरवरी 2022 में मास्को के यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान के बाद से पश्चिमी प्रतिबंधों को दरकिनार कर भारत के रिफाइनरी कंपनियाँ किफायती रूसी तेल का भारी मात्रा में आयात कर रही हैं।
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व्यापार प्रवाह ट्रैकिंग एजेंसियों केप्लर और एलएसईजी के प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल में भारत ने मार्च की तुलना में अधिक रूसी कच्चे तेल का आयात किया, वहीं इराक और सऊदी अरब से आयात में कमी आई है।

आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक और उपभोक्ता भारत ने अप्रैल में पिछले महीनों की तुलना में खरीदारी 13 से 17 प्रतिशत बढ़ा दी है। वहीं इराक से भारत के तेल आयात में 20 से 23 प्रतिशत की गिरावट आई है।

एलएसईजी डेटा से पता चलता है कि अप्रैल महीने में भारत ने रूसी तेल का आयात प्रतिदिन 1.75 मिलियन बैरल किया।
गौरतलब है कि जनवरी में एस एंड पी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मास्को साल 2023 में भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता था। भारत का कहना है कि मास्को से तेल की खरीद ने वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों को नियंत्रण में रखने में मदद की है।
भारत-रूस संबंध
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