कनाडा की मीडिया केबल पब्लिक अफेयर्स चैनल (CPAC) के अनुसार कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा है कि कनाडा उन आरोपों पर कायम है कि भारत द्वारा घोषित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय अधिकारी शामिल थे।
हालांकि कनाडा सरकार इससे जुड़े किसी भी तरह के सबूत देने में असफल रही है, जो इस हत्या में भारत की मिलीभगत की पुष्टि करे।
पत्रकारों से बातचीत में जोली ने कहा कि निज्जर की हत्या की जांच रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस कर रही है और कनाडा अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। CPAC के अनुसार, कनाडाई यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हम अपनी संप्रभुता की भी रक्षा करें और अंत में हमें अपने कानून के शासन की रक्षा करने की भी जरूरत है।
जोली ने कहा, "कनाडा की स्थिति हमेशा स्पष्ट रही है। हमारा काम कनाडाई लोगों की रक्षा करना है और हम इन आरोपों पर कायम हैं कि भारतीय एजेंटों द्वारा कनाडा की भूमि पर एक कनाडाई की हत्या कर दी गई। अब RCMP द्वारा जांच की जा रही है। मैं आगे कोई टिप्पणी नहीं करूंगी और हमारी सरकार का कोई भी अधिकारी आगे कोई टिप्पणी नहीं करेगा, लेकिन मैं भारत के साथ संबंधों के सवाल पर कह रही हूं कि मुझे लगता है कि यह हमेशा बेहतर होता है जब कूटनीति निजी रहती है।"
कनाडा की विदेश मंत्री का बयान उस समय आया है जब शुक्रवार को कनाडाई पुलिस ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की घोषणा की। हालांकि कनाडाई पुलिस कर्मियों ने भारत से इन आरोपयों के किसी भी संबंध का कोई सबूत नहीं दिया है।
पिछले साल जून में निज्जर की हत्या के संबंध में आरोपियों पर प्रथम-डिग्री हत्या और जानलेवा साजिश का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत सरकार के एजेंटों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाने के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। हालाँकि, भारत ने आरोपों को "बेतुका" और "प्रेरित" बताकर खारिज कर दिया है।