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खैबर-पख्तूनख्वा सीमा पर झड़पों को लेकर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को दी चेतावनी

An afghan man walks at the Afghanistan-Iran border crossing of Islam Qala, on Wednesday , Nov. 24, 2021. Afghans are streaming across the border into Iran, driven by desperation after the near collapse of their country's economy following the Taliban's takeover in mid-August. In the past three months, more than 300,000 people have crossed illegally into Iran, according to the Norwegian Refugee Council, and more are coming at the rate of 4,000 to 5,000 a day. (AP Photo/Petros Giannakouris)
हाल के दिनों में अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर हुई झड़पों के बाद इस्लामाबाद ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को चेतावनी दी।
Sputnik
शुक्रवार को अफगानिस्तान से सटे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में झड़पें और भी तेज हो गई हैं। इन झड़पों के बाद न केवल आपपास के गांवों से ग्रामीणों का प्रवासन हुआ, बल्कि खरलाची सीमा को भी बंद कर दिया गया।

इस बीच पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने इस्लामाबाद में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पाकिस्तान ने मौजूद स्थिति के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और अफगान अधिकारियों से यह आग्रह किया कि वे पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जमीन के इस्तेमाल की इजाजत न दे। उन्हें (तालिबान को) आतंकी समूहों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करनी है जो पाकिस्तान को धमकी दे रहे हैं।

बलूच ने साथ ही कहा कि पाकिस्तान किसी भी सूरत में देश की संप्रभुता की रक्षा करेगा।

बलूच ने कहा, "पाकिस्तान अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को किसी भी खतरे से बचाने के लिए तैयार है।"

उन्होंने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि इस्लामाबाद आतंकवादियों से बातचीत नहीं करेगा। अनुमान है कि वे प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी**) का हवाला दे रहे थे जिसपर पाकिस्तान में घातक आतंकवादी हमले करने का आरोप लगाया गया है।
*संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन
**रूस और अन्य देशों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन
Oil Rig in the Bavlinsky District of the Republic of Tatarstan
व्यापार और अर्थव्यवस्था
अफगानिस्तान की नजर अपने क्षेत्र के जरिए रूस से दक्षिण एशिया तक तेल निर्यात मार्ग पर है
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