शुक्रवार को अफगानिस्तान से सटे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में झड़पें और भी तेज हो गई हैं। इन झड़पों के बाद न केवल आपपास के गांवों से ग्रामीणों का प्रवासन हुआ, बल्कि खरलाची सीमा को भी बंद कर दिया गया।
इस बीच पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने इस्लामाबाद में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि पाकिस्तान ने मौजूद स्थिति के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और अफगान अधिकारियों से यह आग्रह किया कि वे पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जमीन के इस्तेमाल की इजाजत न दे। उन्हें (तालिबान को) आतंकी समूहों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करनी है जो पाकिस्तान को धमकी दे रहे हैं।
बलूच ने साथ ही कहा कि पाकिस्तान किसी भी सूरत में देश की संप्रभुता की रक्षा करेगा।
बलूच ने कहा, "पाकिस्तान अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को किसी भी खतरे से बचाने के लिए तैयार है।"
उन्होंने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि इस्लामाबाद आतंकवादियों से बातचीत नहीं करेगा। अनुमान है कि वे प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी**) का हवाला दे रहे थे जिसपर पाकिस्तान में घातक आतंकवादी हमले करने का आरोप लगाया गया है।
*संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन
**रूस और अन्य देशों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन
**रूस और अन्य देशों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन