यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

रूसी सेना को रूस के सबसे नवीन ड्रोन 'ल्यागुश्का' का परीक्षण करते हुए देखें

विशेष सैन्य अभियान ने रूसी रक्षा उद्योग के नवाचार के लिए एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है। यह खुलासा किया गया कि एआई-संचालित मशीनें लड़ाई का भविष्य हैं।
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रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेनी उग्रवादियों के विरुद्ध एक नया ज़मीन से लॉन्च किया जाने वाला कामिकेज़ ड्रोन 'ल्यागुश्का' (जिसका अर्थ है 'मेंढक') का उपयोग किया।
यह रोबोट शत्रु की खाइयों में घुस गया और भारी मशीनरी और उसके चालक दल के ठिकानों को नष्ट कर दिया।

मंत्रालय के बयान में कहा गया, "बैटलग्रुप त्सेंट्र के विशेष बलों के सैनिकों ने पहली बार जमीन आधारित रोबोट कॉम्प्लेक्स ल्यागुश्का का उपयोग करते हुए अवदेयेवका की दिशा में आक्रामक अभियान के दौरान एक यूक्रेनी मशीन-गन चालक दल को नष्ट कर दिया।"

मोबाइल ड्रोन को इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित किया जाता है, जो इसे अत्यंत गुप्त बनाता है। अपने अपेक्षाकृत छोटे आकार और 20 किमी प्रति घंटे तक की गति की सहायता से यह बिना किसी की दृष्टि में आये शत्रु के ठिकानों तक पहुंच सकता है और 30 किलोग्राम तक का विस्फोटक पेलोड पहुंचा सकता है।
ड्रोन को रिमोट कंट्रोल और विशेष चश्मे का उपयोग करके तीन सैन्य कर्मियों के दल द्वारा संचालित किया जाता है। ऑपरेटर डिवाइस के एंटीना पर लगा एक कैमरे के माध्यम से ड्रोन को लक्ष्य की ओर निर्देशित करते समय बाधाओं से बचाया जा सकता है। कॉम्प्लेक्स के अतिरिक्त एंटीना के साथ तीन किलोमीटर से अधिक की दूरी पर ड्रोन पर नियंत्रण बनाए रखा जाता है।
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