व्लादिमीर पुतिन ने इस बैठक में कहा, "अधिक से अधिक राज्य संप्रभुता को मजबूत करने के प्रयत्न करते रहते हैं। नई वास्तविकता के आधार पर एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की नींव बन रही है।"
ब्रिक्स मुख्य नियामक संस्थाओं में से एक बन जाएगा
पुतिन ने कहा कि "रूस ब्रिक्स में नए प्रतिभागियों के सुचारु रूप से सम्मिलित होने के लिए सहायता प्रदान करेगा।"
कोई भी देश नाटो द्वारा प्रभावित किया जा सकता है
रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा, "यह शीघ्र ही स्पष्ट हो गया कि विश्व में सुरक्षा सुनिश्चित करने की पश्चिमी योजना वास्तविक रूप में कार्य नहीं करती है। विश्व का कोई भी देश नाटो द्वारा प्रभावित देशों की सूची में संलग्न होने से अछूता नहीं है।"
उन्होंने यूरोप पर आक्रमण करने की इच्छा के बारे में रिपोर्टों को अटकलें बताते हुए कहा कि "यह बिल्कुल बकवास है, यह हथियारों की होड़ के लिए एक प्रमाणन है। यूरोप को रूस से खतरा नहीं, अमेरिका से ही है।"
यूरेशिया में सामूहिक सुरक्षा की गारंटी की आवश्यकता
उन्होंने कहा, "यूरेशिया में सामूहिक सुरक्षा की गारंटी पर चर्चा करने और अतिरिक्त क्षेत्रीय सैन्य बलों की उपस्थिति को कम करने का समय आ गया है।"
यूक्रेन संकट — पश्चिम की आक्रामक नीति का परिणाम
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "यूक्रेनी संघर्ष की जड़ें द्विपक्षीय संबंधों में नहीं हैं, यह पश्चिम की आक्रामक नीति का परिणाम है। नाटो ने यूक्रेन को रूस के विरुद्ध अपना अड्डा बनाने का प्रयास किया है, देशों को एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा करने के लिए सब कुछ कर दिया।"
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "यह पश्चिम ही था जिसने यूक्रेनी संकट को तैयार किया था और उसे भड़काया था। और अब पश्चिम संकट जारी रहे इसको सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रहा है।"
पुतिन ने साथ ही कहा, "कार्यकारी शाखा के विपरीत वेरखोव्ना राडा (यूक्रेनी संसद) है जो अब यूक्रेन में एक वैध शासन का स्रोत है।"
उन्होंने आगे कहा, "रूस आज एक और वास्तविक शांति प्रस्ताव रख रहा है, परंतु यदि पश्चिम और कीव इसे अस्वीकार करते हैं, तो रक्तपात के लिए वे स्वयं उत्तरदायी होंगे।"