कनाडा और भारत के बीच का विवाद हाल के दिनों में थमता नजर नहीं आ रहा है क्योंकि कनाडा की संसद ने खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के एक साल पूरा होने पर हाउस ऑफ कॉमन्स में मौन रख कर निज्जर को श्रद्धांजलि दी।
इसके अलावा कनाडा की मीडिया के मुताबिक खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर पीएम मोदी के खिलाफ एक नकली हत्या का मुकदमा चलाकर खालिस्तानी निज्जर की हत्या की सालगिरह मनाई, जिसे रोकने के लिए कनाडा की सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
बता दें कि पिछले साल सितंबर में ट्रूडो द्वारा हरदीप सिंह निज्जर नामक एक नामित सिख आतंकवादी की हत्या में भारतीय एजेंटों की "संभावित" संलिप्तता का आरोप लगाए जाने के बाद भारत और कनाडा के बीच के संबंधों में तनाव बढ़ गया था।
इस तरह के आरोपों को भारत के विदेश मंत्रालय ने "बेतुका और प्रेरित" बताते हुए दृढ़ता से खारिज कर दिया था। भारत का कहना है कि दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा कनाडा द्वारा अपनी धरती पर स्वतंत्र रूप से काम कर रहे खालिस्तानी समर्थक समूहों के प्रति सहिष्णुता है।