विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

नई दिल्ली के अस्पताल में आंख की शल्य चिकित्सा के लिए सिमुलेटर के इस्तेमाल के इलाज में क्रांति आ गई

नेत्र चिकित्सा में बहुत ज्यादा निपुणता की ज़रूरत होती है क्योंकि आंख की शल्य चिकित्सा बहुत जोखिमपूर्ण प्रक्रिया होती है। आरआर हॉस्पिटल में आंख की शल्य चिकित्सा के लिए सिमुलेटर का प्रयोग नए डॉक्टरों को प्रशिक्षण देने के लिए किया जा रहा है।
Sputnik
भारतीय सेना के प्रमुख अस्पताल नई दिल्ली के रिसर्च एंड रेफरल यानी आर आर हॉस्पिटल में आंख की शल्य चिकित्सा के लिए सिमुलेटर के इस्तेमाल के इलाज में क्रांति आ गई है, अस्पताल में Sputnik India को बताया गया।
यहां का सिमुलेटर सबसे आधुनिक है जिसे 4.5 करोड़ रुपए की क़ीमत में खरीदा गया है। इस पर प्रशिक्षण लेने के बाद डॉक्टर किसी भी मरीज़ की शल्य चिकित्सा के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं।
नेत्र चिकित्सा विभाग के प्रमुख ब्रिगेडियर (डॉ.) संजय कुमार मिश्रा ने Sputnik India को बताया कि वास्तविक मानव आंख पर प्रशिक्षण देने के अवसर बहुत कम होते हैं।

ब्रिगेडियर (डॉ.) मिश्रा ने बताया, "सिमिलेटर पर प्रशिक्षण के दौरान डॉक्टर को कई तरह के जटिल ऑपरेशन दिए जा सकते हैं। शल्य चिकित्सा के दौरान कई तरह की आपातकालीन परिस्थितयां उत्पन्न की जा सकती हैं। ऐसे में सिमुलेटर पर प्रशिक्षण पाने के बाद डॉक्टर कठिन से कठिन ऑपरेशन के लिए तैयार हो जाते हैं।"

सैनिक कार्रवाइयों के दौरान कई बार विस्फोट या गोलाबारी में छर्रों से आंख को गंभीर चोट पहुंचती है। गंभीर रूप से घायल मरीज़ों का अंतिम आसरा आरआर हॉस्पिटल ही होता है। यहां एक रेटिना की कई परतों को अलग-अलग करके उससे कई मरीज़ों को आंख की रोशनी वापस लौटाई जा सकती है।
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