भारतीय अरबपति गौतम अडानी ने 2024 के लिए कंपनी की वार्षिक आम बैठक में अपने संबोधन में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हिंडनबर्ग का पूरा मामला कंपनी को बदनाम करने लिए बनाया गया था। हालांकि, हिंडनबर्ग विवाद के लगभग एक साल बाद कंपनी अब पहले जैसी स्थिरता पर पहुंच चुकी है।
गौतम अडानी ने बैठक में कहा कि सामना करने का साहस, अपनी क्षमताओं पर भरोसा और अपने उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता हमारे तीन मुख्य मूल्य हैं, और हर गुजरते साल के साथ और अधिक प्रासंगिक होते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हमें एक विदेशी शॉर्ट सेलर द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों का सामना करना पड़ा, जिसने हमारी दशकों की कड़ी मेहनत पर सवाल उठाया। हमारी ईमानदारी और प्रतिष्ठा पर एक अभूतपूर्व हमले का सामना करते हुए, हमने मुकाबला किया और साबित कर दिया कि कोई भी चुनौती उस नींव को कमजोर नहीं कर सकती जिस पर आपका समूह स्थापित है।"
अडानी ने हिंडनबर्ग विवाद के बाद कंपनी और उसकी सहायक कंपनियों द्वारा की गई प्रगति पर प्रकाश डाला तथा इस कठिन परिस्थिति पर काबू पाने में उनकी कंपनियों द्वारा किए गए परिश्रम की सराहना की।
अडानी समूह की कंपनियों ने पिछली कुछ तिमाहियों में बैलेंस शीट और इक्विटी मार्केट दोनों में उल्लेखनीय वापसी की है। अडानी की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने पिछले 6 महीनों में 11.66 प्रतिशत की वृद्धि की, अडानी पोर्ट्स के शेयरों में भी 6 महीनों में 41.81 प्रतिशत का उछाल देखा गया।
गौतम अडानी की खुद की संपत्ति की बात करें तो फोर्ब्स के अनुसार, उनकी व्यक्तिगत कुल संपत्ति 85.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो उन्हें मुकेश अंबानी के बाद भारत का दूसरा सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है।