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अदानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ Hindenberg रिपोर्ट की विपक्ष ने जांच की मांग की

© AFP 2023
 - Sputnik भारत, 1920, 02.02.2023
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विपक्षी नेताओं ने गुरुवार को अदानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ Hindenberg रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की, साथ ही कथित विचलन में एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की भी मांग की।
कांग्रेस अध्यक्ष व सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि एक संयुक्त संसदीय समिति या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) की देखरेख में इस मामले की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि जांच की डे टू डे रिपोर्ट तैयार कर उसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए।

गौरतलब है, कि समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों ने संसद के दिन के सत्र की शुरुआत से पहले दिन की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। कई विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर संसद के संबंधित सदनों को निलंबन का व्यावसायिक नोटिस दिया है। हालांकि, सत्र शुरू होने के तुरंत बाद दोनों सदनों को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

स्थानीय मीडिया से बात करते हुए, आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि अदानी का "झूठ और धोखाधड़ी का पहाड़" ताश के पत्तों की तरह टूट रहा है। देश के करोड़ों निवेशक चिंतित हैं। जिन्होंने जीवन बीमा निगम (LIC), भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में निवेश किया है क्योंकि दोनों ने करोड़ों रुपये का कर्ज दिया है। आप सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे का समाधान करने की मांग की।
वहीं दूसरी ओर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने मीडिया को बताया कि विपक्षी दल संसद के दोनों सदनों में Hindenberg रिपोर्ट और अडानी स्टॉक क्रैश का मुद्दा उठाएंगे।
बता दें कि 25 जनवरी को Hindenberg research ने अदाणी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में दावा किया गया कि समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट पर अदाणी समूह ने कई सवाल उठाए हैं। पहले भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर विवाद होता रहा है।
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