इसके जवाब में तालिबान* अधिकारियों ने शुक्रवार को पाकिस्तान में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की आवाजाही को निलंबित कर दिया है।
दरअसल जनवरी में पाकिस्तानी सरकार ने वीज़ा और यात्रा दस्तावेजों की आवश्यकता वाले नियम लागू किए थे, हालांकि, तालिबान के अनुरोध पर 31 जुलाई तक छूट दी गई थी।
तालिबान द्वारा नियुक्त अधिकारी ने कहा, "पाकिस्तानी ड्राइवरों को बिना यात्रा दस्तावेजों के अफगानिस्तान में प्रवेश करने की अनुमति है, जबकि पाकिस्तान ने हमें व्यापारिक गतिविधियों को रोकने के लिए मजबूर किया है। इसके विरोध में तथा अगले आदेश तक तोरखम से सभी व्यापारिक गतिविधियां निलंबित रहेंगी।"
इस बीच पाकिस्तान स्थित जियो न्यूज ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि मार्च की शुरुआत में फ्रंटियर कोर (FC) और संघीय जांच एजेंसी (FIA) के अधिकारियों के बीच झड़प के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तोरखम सीमा को पैदल यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया था।
यह पहली बार नहीं था जब तोरखम को बंद किया गया है। हाल के महीनों में सीमा पार कई बार बंद की गई है, जिसमें पिछले साल सितंबर में सीमा बलों के बीच झड़पों के कारण नौ दिनों तक बंद रहना भी शामिल है।
*संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन