डार ने रूसी उप प्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक के साथ वार्ता के बाद एक ब्रीफिंग में कहा, "हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि रूसी प्रधानमंत्री मिशुस्टिन अगले महीने पाकिस्तान का दौरा करेंगे।"
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि यह यात्रा दोनों देशों के मध्य व्यापार और आर्थिक संबंधों के विकास में योगदान देगी।
इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय परिवहन गलियारे के निर्माण और विकास पर समझौता ज्ञापन में शामिल होने की घोषणा की, जिसमें बेलारूस, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान शामिल हैं।
हाल के घटनाक्रमों में, पाकिस्तान ने ऊर्जा क्षेत्र में रूस के साथ अपनी भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि की है। पिछले साल, भू-राजनीतिक तनावों के कारण ईंधन की आसमान छूती कीमतों के जवाब में इस्लामाबाद ने रियायती दर पर रूसी कच्चे तेल की खरीद शुरू की। यह कदम विदेशी मुद्रा संकट और मुद्रास्फीति सहित अपनी आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने की पाकिस्तान की रणनीति का हिस्सा था।
गौरतलब है कि पाकिस्तान रूस को पश्चिम, दक्षिण और मध्य एशिया में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में देखता है। दोनों देशों के मध्य अफ़गानिस्तान के संबंध में एक मजबूत साझेदारी है और वे इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अपने सहयोग को जारी रखना चाहते हैं।
बता दें कि रूस पाकिस्तान में उर्वरक उत्पादन संयंत्रों के आधुनिकीकरण के लिए तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगा, ताकि उर्वरकों का उत्पादन बढ़ाया जा सके और स्थानीय कृषि इनपुट आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। यह सहमति राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्री राणा तनवीर हुसैन और रूसी राजदूत अल्बर्ट पी खुरिएव के मध्य पिछले सप्ताह हुई बैठक के दौरान बनी।