विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि रूस के साथ भारत के संबंधों से विश्व समुदाय को काफी मदद मिली है और इन संबंधों ने दुनिया भर में मुद्रास्फीति और ऊर्जा संकट को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जयशंकर ने स्काई न्यूज से कहा, "अगर हमने ये कदम नहीं उठाए होते, तो मैं आपको बता दूं कि ऊर्जा बाज़ारों की स्थिति बिल्कुल अलग होती और वास्तव में वैश्विक ऊर्जा संकट पैदा हो जाता। इसके परिणामस्वरूप दुनिया भर में मुद्रास्फीति बढ़ जाती।"
जब उनसे पूछा गया कि रूस के साथ भारत के संबंधों को लेकर अन्य देशों में क्या नाराजगी है, तो जयशंकर ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि ऐसी कोई बात है। आज के समय में देशों के बीच विशेष संबंध नहीं होते। अगर मैं इस तर्क को मानूं तो कई देशों के पाकिस्तान के साथ संबंध हैं। देखिए इससे मुझे कितनी नाराजगी हुई है?"
इसके अलावा उन्होंने कहा "समान रूप से यह तथ्य भी है कि आज हमारे रूस के साथ अच्छे संबंध हैं, जिससे हम एक तरह से दोनों के बीच मध्यस्थ देश बन सकते हैं, जिसके पास रूस और यूक्रेन दोनों से बात करने और उन बातचीत में कुछ अंतरसंबंध खोजने की क्षमता है।