भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि कनाडाई मीडिया की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पिछले वर्ष जून में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तथाकथित षड़यंत्र के बारे में पता था, जो "हास्यास्पद" है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस सप्ताह द ग्लोब एंड मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए एक वक्तव्य में कहा, "हम आम तौर पर मीडिया रिपोर्टों पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हालांकि, किसी कनाडाई सरकारी स्रोत द्वारा कथित तौर पर किसी समाचार पत्र को दिए गए ऐसे हास्यास्पद बयानों को उसी अवमानना के साथ खारिज किया जाना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। इस तरह के बदनाम करने वाले अभियान हमारे पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं।"
कनाडा सरकार के एक सूत्र का उद्धरण देते हुए द ग्लोब एंड मेल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि निज्जर की कथित हत्या का षड़यंत्र गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रची गई थी। सूत्र ने संदेह जताया कि प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर को कथित षड़यंत्र के बारे में "सूचना" दी गई थी।
यह पहली बार है जब कनाडाई मीडिया ने निज्जर के खिलाफ कथित साजिश के लिए पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर का नाम लिया है। हालांकि, कनाडाई सूत्र ने स्वीकार किया कि ओटावा के पास पीएम मोदी और अन्य के विरुद्ध अपने दावों को पुष्ट करने के लिए कोई "प्रत्यक्ष सबूत" नहीं है।
नई दिल्ली लंबे समय से यह कहती रही है कि कनाडाई अधिकारियों ने निज्जर जांच के संबंध में नई दिल्ली के साथ "एक भी सबूत" साझा नहीं किया है।
भारत सरकार ने निज्जर की मौत और कनाडा में अन्य आपराधिक गतिविधियों को नई दिल्ली से जोड़ने के ट्रूडो के आरोपों को भी खारिज कर दिया है।