मीडिया ने गुरुवार को वरिष्ठ डेमोक्रेटिक पार्टी के सूत्रों के हवाले से यह बताया कि निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ओवल ऑफिस में आने के बाद उन्हें संभावित अभियोजन से वर्तमान एवं पूर्व अधिकारियों को बचाने के लिए पूर्वव्यापी क्षमा लागू करने पर विचार कर रहा है।
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि व्हाइट हाउस इस बात से डरा हुआ है कि ट्रम्प के सहयोगी कश्यप "काश" पटेल संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के अगले निदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद गहन जांच के आदेश दे सकते हैं और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के आलोचकों पर अभियोग भी लगाया जा सकता है, क्योंकि पटेल ने पहले ही ट्रम्प के खिलाफ बोलने वालों की जांच करने की कसम खाई है।
सूत्रों ने अखबार को यह भी बताया कि जिन लोगों को माफ़ किए जाने की सबसे अधिक संभावना है, उनमें 6 जनवरी, 2021 की घटनाओं की जांच करने वाली जांच समिति के सदस्य सीनेटर एडम शिफ और पूर्व कांग्रेस सदस्य लिज़ चेनी जैसे बाइडन प्रशासन के वर्तमान और पूर्व अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के पूर्व प्रमुख और COVID-19 महामारी के दौरान रिपब्लिकन का भारी आलोचना का सामाना करने वाले एंथनी फौसी के लिए एक पूर्वव्यापी क्षमा पर भी विचार किया जा रहा है।
अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ जिसके बाद रिपब्लिकन उम्मीदवार और 2017-2021 तक अमेरिकी राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रम्प को सभी प्रमुख रेस कॉलर्स और नेटवर्क द्वारा विजेता घोषित किया गया और वहीं डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ने अपनी पराजय स्वीकार कर ली थी।