लवरोव ने कहा कि वर्तमान में यह स्पष्ट है कि INF (मध्यम दूरी की परमाणु मिसाइल) की तैनाती पर प्रतिबंध पहले से ही काम नहीं कर रहा है और हमें इस संधि से बहार होना होगा।
विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा, "साथ ही, आज भी जमीन पर आधारित मध्यम और कम दूरी की मिसाइलों की तैनाती पर रूस का प्रतिबंध "लागू है।"
लवरोव ने रेखांकित किया कि "संयुक्त राज्य अमेरिका ने अहंकारपूर्वक रूस और चीन की चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया और विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में इस श्रेणी के हथियारों की तैनाती कर दी। जैसा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट रूप से कहा है, हम इसका जवाब देंगे और उसी स्वरूप में प्रतिक्रिया करेंगे"।
विदेश मंत्री ने अपनी बात में जोड़ते हुआ कहा कि युद्ध की परिस्थितियों में ओरेश्निक प्रणाली के हाल के परीक्षण ने रूस की क्षमताओं को दर्शाया है।