सिंह ने कहा, "मैंने अपनी ढाई एकड़ जमीन बेचने के साथ-साथ भारी कर्ज लिया। इसके साथ साथ, मैंने आकाशदीप की दादी की जमीन भी बेच दी, जिससे हमारे ऊपर काफी कर्ज चढ़ गया। आकाशदीप भारत लौट आया है, लेकिन अभी तक गांव नहीं पहुंचा है।"
आकाशदीप के पिता कहते हैं, "हमारे बेटे ने तीन वर्षों तक विभिन्न नौकरियों के लिए आवेदन किया, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। तभी उसने यह रास्ता अपनाने का निर्णय किया। उसने 2021 में अपनी 12वीं कक्षा पास की, लेकिन कनाडा के लिए आवश्यक IELTS में नंबर थोड़े कम रहे, इसलिए उसे वीजा नहीं मिल सका। फिर उसने दुबई के रास्ते अमेरिका जाने का निर्णय किया।"
उन्होंने आखिर में कहा, "उसने शेंगेन वीजा प्राप्त करने की भी कोशिश की, लेकिन छह महीने इंतजार करने के बावजूद उसे वीजा नहीं मिला। इस प्रक्रिया को संभालने वाले दुबई के एजेंट ने हमें गुमराह किया, लेकिन हमारे पास उसका कोई संपर्क विवरण नहीं है, जिससे उसके विरुद्ध कार्रवाई करना कठिन हो रहा है।"