रूसी निर्यात केंद्र (REC, VEB.RF समूह का हिस्सा) द्वारा समर्थित चौदह कंपनियां, सबसे बड़ी भारतीय प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी स्मार्ट सिटीज इंडिया एक्सपो 2025 में राष्ट्रीय ब्रांड मेड इन रशिया के तहत पहली बार भाग ले रही हैं, जारी बयान में कहा गया।
साथ ही कहा गया कि 19 से 21 मार्च तक नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में 1,200 से अधिक प्रतिभागी और 350 स्टार्टअप सम्मिलित हुए हैं, जो सभी ऐसे अभिनव समाधान प्रस्तुत करेंगे जो शहरी परिदृश्य के भविष्य को आकार दे रहे हैं।
मेड इन रशिया स्टॉल पर रूसी कंपनियां स्मार्ट सिटी समाधानों की विविध श्रृंखला प्रदर्शित कर रही हैं, जिनमें चार्जिंग स्टेशन, जल शोधन प्रणालियां, ऊर्जा प्रौद्योगिकियां, परिवहन सेवाएं और सॉफ्टवेयर शामिल हैं।
प्रतिभागियों में मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग, पर्म, तॉम्स्क, उल्यानोवस्क और नोवोसिबिर्स्क सहित विभिन्न रूसी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व है।
आरईसी ने संभावित भारतीय साझेदारों के साथ 150 बी2बी बैठकें निर्धारित की हैं, जिससे प्रतिभागियों को व्यावसायिक संबंध बनाने तथा लाभदायक समझौते प्राप्त करने के और भी अधिक अवसर मिलेंगे।
आरईसी ने रूसी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार की महत्वपूर्ण क्षमता पर प्रकाश डाला। 2024 में भारत रूस के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से एक बन गया, जिसकी शहरी बुनियादी ढांचे, परमाणु ऊर्जा और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में संयुक्त उच्च तकनीक परियोजनाओं को लागू करने में गहरी दिलचस्पी है।
विदित है कि आरईसी अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों और व्यापार मिशनों में भाग लेने वाले रूसी निर्यातकों को पर्याप्त सहायता प्रदान करता है। यह केंद्र प्रदर्शनी स्थल किराये पर लेने की लागत के साथ-साथ अस्थायी बुनियादी ढांचे के निर्माण, सूचना के प्रचार, प्रशासन और कार्यक्रम आयोजन के खर्चों का 100% वहन करता है।