यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

भारी फ्लेमथ्रोवर क्षमता में रूस नाटो से कई कदम आगे: रोस्टेक

"रोस्टेक" हथियार क्लस्टर के औद्योगिक निदेशक और रूसी मशीन बिल्डर्स ब्यूरो के सदस्य बेखान ओजदोव ने कहा कि रूस भारी फ्लेमथ्रोवर सिस्टम के विकास में नाटो देशों से बहुत आगे है।
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उन्होंने आगे बताया कि विशेष सैन्य अभियान में यह देखा गया है कि पश्चिम के पास ऐसी मशीनें नहीं हैं जो कभी-कभी एक भी गोली चलाए बिना दुश्मन के ठिकानों पर कब्ज़ा करने की क्षमता रखती हों।

राज्य निगम के टेलीग्राम चैनल पर ओजदोव के हवाले से लिखा गया, "हमारे द्वारा बनाई गईं भारी फ्लेमथ्रोवर प्रणालियाँ अद्वितीय हथियार हैं जो युद्ध के मैदान पर बहुत कारगर सिद्ध हुई हैं। ऐसे उदाहरण हैं जहाँ इन प्रणालियों ने हमारे सैनिकों को बिना गोली चलाए दुश्मन के ठिकानों पर कब्ज़ा करने की क्षमता दी। दुनिया में, और विशेष रूप से पश्चिमी देशों में इसकी बराबरी का कोई हथियार नहीं हैं। हथियारों की इस दौड़ में हमने नाटो देशों को बहुत पीछे छोड़ दिया है।"

"रोस्टेक" ने स्पष्ट किया कि TOS-2 "टोसोचका" की फायरिंग रेंज में काफी इज़ाफा हुआ है। नए उम्दा फायर कंट्रोल सिस्टम इसे दुश्मन के ठिकानों पर सटीक निशाना लगाने और दुश्मन के लक्ष्यों को मज़बूती से नष्ट करने की क्षमता देते हैं।
पहिएदार चेसिस TOS-2 को जल्दी से फायरिंग पोजीशन पर कब्ज़ा कर उसे छोड़कर आगे बढ़ने में सक्षम बनाता है, जिससे काउंटर-बैटरी युद्ध में वाहन को अधिक समय तक बचे रहने की सुविधा मिलती है। "टोसोचका" के अलावा, ट्रैक पर भारी फ्लेमेथ्रोवर सिस्टम TOS-1 और TOS-1A "सोलंटसेपेक" का उपयोग विशेष सैन्य अभियान में हो रहा है। TOS-1 को अनौपचारिक रूप से "बुराटिनो" उपनाम दिया गया है।
"रोस्टेक" के अनुसार, यह नाम सिस्टम के रॉकेट के वारहेड के विशिष्ट आकार से संबंधित है इसमें गोला-बारूद का फ्यूज ढांचे से बाहर निकलता है, जो परी कथा के पात्र बुराटिनो की नाक जैसा दिखता है।
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अद्वितीय युद्ध क्षमता वाली रूसी TOS-2 तोसोचका फ्लेमेथ्रोवर
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