भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर कहा, 'आकाश जैसी हमारी स्वदेशी रक्षा प्रणालियों को एस-400 से मजबूती मिली है।'
सब से प्रसिद्ध वायु रक्षा प्रणालियों की सूची देखें, जो भारतीय सेना की सेवा में हैं।
रक्षा प्रणाली आकाश-NG
मैक 2.5 की गति, 80 किमी रेंज;
सीमाओं के पार रडार के साथ एकीकृत;
एआई-संचालित, बाज की तरह झुंड ड्रोन पर नज़र रखता है।
DRDO conducted a successful flight test of the New Generation AKASH (AKASH-NG) missile
© Photo : X (Former Twitter)/@PIBBhubaneswar
एस-400 ट्रायम्फ
रूस की सबसे उन्नत प्रणाली भारतीय सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात है;
मार करने की दूरी: 400 किमी;
एक साथ 300 से ज़्यादा लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है;
स्टील्थ जेट, मिसाइल और ड्रोन को भी नष्ट कर सकता है।
S-400 missile defence systems at the repetition of the Victory Day Parade, May 2019.
© Sputnik / Сергей Гунеев
/ 9K33 ओसा
अधिक गतिशील लक्ष्यों के विरुद्ध सबसे प्रभावी प्रणाली;
यह प्रणाली लंबे समय से भारतीय वायु सेना की वायु सुरक्षा की रीढ़ रही है।
Russian servicemen of the 2nd Army Corps of the Southern Group of Forces fire a 9K33 Osa surface-to-air missile system at a position in the course of Russia's military operation in Ukraine, in Luhansk People's Republic, Russia.
© Sputnik / Evgeny Biyatov
/ इग्ला-S
"फायर एंड फॉरगेट" यानी सैनिक चलते-फिरते जेट विमानों को मार गिरा सकते हैं;
5 किमी की रेंज, कम ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोन/कॉप्टर को नष्ट कर सकता है।
Indian airmen display the Igla IM missile system, a portable anti aircraft weapon, designed in Russia, during a joint exercise with the French airforce in Gwalior, India, in this Feb.12, 2003 photo.
© AP Photo / MANISH SWARUP
SAMAR
पुनर्निर्मित रूसी आर-27 मिसाइलें (हवा से हवा → जमीन से हवा पर मार करने में सक्षम);
कम दूरी के खतरों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया; बजट के अनुकूल और घातक।
2K22 तुंगुस्का
पैदल सेना और आर्मर्ड रेजिमेंटों के लिए अद्वितीय दिन और रात सुरक्षा प्रदान करने वाला यह सिस्टम एक महत्वपूर्ण रक्षा तकनीक है;
इस प्रणाली में की गई एकीकृत तकनीकों, जैसे 30 मिमी ऑटोकैनन और 8 किलोमीटर तक की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (एसएएम), यह सुनिश्चित करती हैं कि सैनिकों और बख्तरबंद टैंकों की सुरक्षा अत्यधिक प्रभावी हो;
यह प्रणाली न केवल पैदल सेना और टैंकों को शत्रु के हवाई हमलों से बचाने में सक्षम है, बल्कि यह 'टैंक-किलर मोड' की विशेषता भी प्रदान करती है, जिससे वह शत्रु के मजबूत बख्तरबंद वाहनों पर भी हमला कर सकती है।
Tunguska antiaircraft gun / surface-to-air missile system
© Sputnik / Evgeny Biyatov
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