वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से भारतीय मीडिया ने कहा कि प्रतिस्पर्धी लाभ और प्रतिद्वंद्वी पेशकशों की पहचान करने के लिए उत्पाद-दर-उत्पाद समीक्षा की जा रही है।
"विचार यह है कि शीर्ष 50 देशों का लाभ उठाया जाए और प्रत्येक उत्पाद और प्रतिस्पर्धियों पर दृष्टि डाली जाए। भारत को विनिर्माण और निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के लिए जोखिमों को कम करना होगा," अधिकारी के हवाले से मीडिया ने कहा।
बता दें कि वाशिंगटन ने पिछले सप्ताह भारतीय आयातों पर शुल्क 25% से बढ़ाकर 50% करने का निर्णय लिया है, जो ब्राज़ील की दरों के बराबर है और किसी भी देश के लिए उच्चतम टैरिफ स्तर है। भारतीय आयातित सामान पर 25% वृद्धि पिछले सप्ताह लागू हुई, जबकि अतिरिक्त 25% वृद्धि 27 अगस्त से लागू होगी।