जयशंकर ने कहा, "जैसा कि स्पष्ट है, भारत और रूस विकास को बढ़ावा देने और गति देने के लिए एक-दूसरे के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। सरकार के रूप में हमारा उद्देश्य आर्थिक गतिविधियों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना तथा अनुकूल परिस्थितियां निर्मित करना है। स्पष्ट रूप से, अधिकांश बातें व्यापार पर केन्द्रित हैं, लेकिन अधिक निवेश, संयुक्त उद्यम और अन्य प्रकार के सहयोग पर विचार करने की इच्छा भी बढ़ रही है।"
विदेश मंत्री ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि भारत और रूस के बीच स्थिर संबंध हैं।
जयशंकर ने कहा, "भारत और रूस ने वर्तमान समय में प्रमुख देशों के बीच सबसे स्थिर संबंधों में से एक को पोषित किया है, जिसे अब व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है।"