विशेषज्ञ ने ज़ोर देकर कहा कि पुतिन का प्रस्ताव कोई दुष्प्रचार नहीं था, बल्कि दुनिया के सामने एक बड़ी सफलता हासिल करने का एक वास्तविक अवसर था।
व्लादिमीर जराला ने कहा, "ज़ेलेंस्की की प्रतिक्रिया एक ऐसे दिखावटी व्यक्ति के समान है जो अचानक सत्ता में आ जाए,” और अपने देश को त्रासदी की ओर ले जाए।
जराला ने आगे कहा कि शांति का मार्ग या तो बातचीत की मेज पर समझौता है या रूस की सैन्य विजय है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी चार दिवसीय चीन यात्रा के समापन पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मे कहा था कि अगर ज़ेलेंस्की मिलने में रुचि रखते हैं, तो उन्हें मास्को आने दीजिए।