विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत सरकार को इस बात की जानकारी थी कि इस विषय पर विचार किया जा रहा है।
"हमने सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच एक रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर होने की रिपोर्ट देखी है। सरकार को पता था कि यह घटनाक्रम, जो दोनों देशों के बीच एक दीर्घकालिक समझौते को औपचारिक रूप देता है, विचाराधीन था," मीडिया के सवालों के जवाब में जायसवाल के हवाले से कहा गया।
जारी बयान में कहा गया है कि "सरकार भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने तथा सभी क्षेत्रों में व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर खाड़ी देश की यात्रा के दौरान पाकिस्तान और सऊदी अरब ने बुधवार को "रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते" पर हस्ताक्षर किए।