KCNA के अनुसार, किम जोंग-उन ने इस अभ्यास से मिले नतीजों पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि यह अभ्यास रणनीतिक जवाबी हमले की क्षमता के पूरी तरह भरोसेमंद होने और युद्ध की स्थिति में तैयारी का पता लगाने के लिए था।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस अभ्यास का मकसद लंबी दूरी की मिसाइल सब-यूनिट्स की युद्ध तत्परता को सुनिश्चित करना था, इसके साथ-साथ इस अभ्यास से रणनीतिक हथियार तंत्र की विश्वसनीयता का भी पता लगाया गया।
इन सटीक क्रूज़ मिसाइलों ने अपने निर्धारित लक्ष्य को भेदने से पहले तय रास्तों पर 10,199 और 10,203 सेकंड तक सफल उड़ान भरी।