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संयुक्त राष्ट्र में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों का आरोपी-आदान-प्रदान

© Photo : Twitter/ @BBhuttoZardariForeign Minister of Pakistan Bilawal Bhutto Zardari
Foreign Minister of Pakistan Bilawal Bhutto Zardari
 - Sputnik भारत, 1920, 16.12.2022
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भारत के विदेश मंत्री ने अल-क़ायदा* के पूर्व प्रमुख ओसामा बिन लादेन की "मेजबानी" करने और कथित तौर पर भारत के खिलाफ क्रॉस बोर्डेर आतंकवाद को समर्थन करने के लिए इस्लामाबाद की आलोचना की।
भारत के खिलाफ क्रॉस बोर्डेर आतंकवाद को सहायता देने में इस्लामाबाद की भूमिका की नई दिल्ली की आलोचना का जवाब देते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की बात की।
जयशंकर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जताते हुए जरदारी ने न्यूयॉर्क में मीडिया से कहा, "ओसामा बिन लादेन मर गया है, लेकिन गुजरात के कसाई नरेंद्र मोदी अभी जीवित हैं और भारत के प्रधान मंत्री बन गये हैं।"
2002 गुजरात दंगे
2002 में गुजरात में हिंदू तीर्थयात्रियों को अयोध्या ले जा रही ट्रेन में आग लगने के बाद हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
उनके आलोचकों ने उन पर हिंदु और मुसलमानों के बीचं दंगे के समय दूसरी तरफ देखने का आरोप लगाया। उन दंगों की वजह से बहुत मौतें हुई थीं।

हालांकि दंगों में मोदी के दोष की जांच करने के लिए गठित विशेष जांच दल ने मोदी को निर्दोष घोषित किया और बाद में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसी ही राय जताई।

जरदारी ने गुरुवार को दावा किया कि नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता वैश्विक अहिंसा और स्वतंत्रता के सेनानी महात्मा गांधी की विचारधारा में नहीं, बल्कि उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधारा में विश्वास करते हैं।
गोडसे एक स्व-घोषित हिंदू राष्ट्रवादी थे, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्रता प्राप्त करने के कुछ महीनों बाद 30 जनवरी, 1948 गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
लाहौर में धमाके का आरोप
अपने संवाददाता सम्मेलन में जरदारी ने यह भी दावा किया कि इस्लामाबाद के पास पिछले जून में लाहौर में बम विस्फोट में कथित तौर पर नई दिल्ली की संलिप्तता के "अटूट सबूत" हैं।
यह विस्फोट संयुक्त राष्ट्र द्वारा डेसिग्नेटेड आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी)** के सह-संस्थापक और 2008 में मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के घर के पास हुआ था। मुंबई आतंकवादी हमलों के कारण 166 लोग मारे गए थे। अब सईद जमात-उद-दावा (जेऊडी) नामक इस्लामिक चैरिटी का प्रमुख है, जिसे अक्सर एलईटी के लिए छिपने की जगह के रूप में जाना जाता है।
लेकिन भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया कि नई दिल्ली इस्लामाबाद के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने में शामिल थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खुद वैश्विक आतंकवाद का " गर्भ केंद्र" है ।
* रूस और दुनिया भर में प्रतिबंधित कुख्यात आतंकवादी समूह
** रूस में प्रतिबंधित
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