पीएम मोदी की पुरानी क्लिप के कारण इमरान खान की पार्टी को लेकर मज़ाक
19:51 16.01.2023 (अपडेटेड: 10:46 17.01.2023)
© AP Photo / Anjum NaveedSupporters of Pakistan’s defiant former Prime Minister Imran Khan stand on shipping containers after removing them to open a road during an anti-government rally in Islamabad, Pakistan, Thursday, May 26, 2022.
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जिस वीडियो में भारतीय पीएम मोदी इस्लामाबाद की आर्थिक नीति की आलोचना करते हुए दिखाई दिए, वह वास्तव में 2019 का है जब खान प्रधान मंत्री थे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पीटीआई पार्टी को लेकर लोग सोशल मीडिया पर मजाक लिखने लगे जब उसके सदस्यों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पुराना वीडियो साझा किया।
वीडियो का लक्ष्य देश में आर्थिक संकट के कारण शहबाज शरीफ की वर्तमान सरकार पर पीटीआई का हमला करना था। लेकिन बहुत नेटिज़ेंस तुरंत समझ गए कि यह वीडियो मोदी के 2019 के राष्ट्रीय चुनाव अभियान के दौरान राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक रैली के दौरान खींचा गया था, जब इमरान खान खुद इस्लामाबाद में सत्ता में थे।
इस वायरल वीडियो में प्रधान मंत्री मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि "हमने पाकिस्तान के अहंकार को नष्ट कर दिया, उन्हें भीख का कटोरा लेकर दुनिया भर में चलने पर मजबूर किया।"
पीएम मोदी के वीडियो को साझा करने वाले पीटीआई कर्मचारियों को लेकर मज़ाक करनेवाले लोगों में से पाकिस्तानी पत्रकार नैला इनायत थीं।
उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा कि सबसे बड़ा मज़ाक यह है कि पीटीआई ने वर्तमान सरकार को वह बताने के लिए इसको साझा किया कि देखिए नरेंद्र मोदी आपके बारे में क्या बता रहे हैं। जबकि क्लिप अप्रैल 2019 की है जब इमरान खान सत्ता में थे।
"I compelled Pakistan to go around the globe with a begging bowl."
— Naila Inayat (@nailainayat) January 15, 2023
The funniest part, PTI sharing this to tell current govt, look what Modi is saying about you. While the clip is from April 2019 when Imran Khan was in govt. pic.twitter.com/dgbHqMorrl
खान की पार्टी द्वारा प्रधान मंत्री मोदी की क्लिप का उपयोग पाकिस्तान में बढ़ते आर्थिक संकट की स्थिति में किया गया है।
संकट की स्थिति में शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात की मदद का अनुरोध किया। इसके साथ मध्य पूर्व देशों ने पाकिस्तान को 4 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता देने पर सहमति व्यक्त की।
पाकिस्तानी अधिकारी 1.1 अरब डॉलर राशि को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ भी बातचीत कर रहे हैं जो सब से पहले नवंबर 2022 में देने की योजना बनाई गई थी।