https://hindi.sputniknews.in/20230419/jmmuu-kshmiiri-men-aatnkvaadii-gtividhiyon-men-kmii-riaajnaath-sinh-1614851.html
जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी: राजनाथ सिंह
जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी: राजनाथ सिंह
Sputnik भारत
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के बारे में बात करते हुए कहा कि वह शांति और स्थिरता देख रहें है और अब केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों में भी कमी देखी गई है।
2023-04-19T18:16+0530
2023-04-19T18:16+0530
2023-04-19T18:18+0530
डिफेंस
भारत
जम्मू और कश्मीर
चीन
सीमा विवाद
राजनाथ सिंह
भारत के रक्षा मंत्री
राष्ट्रीय सुरक्षा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/0d/65813_0:160:3073:1888_1920x0_80_0_0_4e01b1ecc87b8128e29e22db1a4825c8.jpg
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के बारे में बात करते हुए कहा कि शांति और स्थिरता का जम्मू कश्मीर गवाह है और यहां आतंकवादी गतिविधियों में भी कमी देखी गई है। सेना के कमांडरों का पांच दिन चलने वाला सम्मेलन सोमवार से शुरू हुआ। यह चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए युद्धक क्षमता को बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।रक्षा मंत्री ने कहा कि वास्तविक समय की खुफिया जानकारी का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग सुनिश्चित करने की आवश्यकता है ताकि हम भविष्य में ऐसी किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें। राजनाथ सिंह ने सेना से चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कड़ी निगरानी रखने को कहा क्योंकि पीपल लिबरेशन आर्मी (PLA) सैनिकों की तैनाती के मद्देनजर उत्तरी क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। सिंह ने यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में तीन साल से चल रहे सीमा विवाद की पृष्ठभूमि में आई है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि सरकार की पूरी कोशिश है कि सीमा पर तैनात हर जवान को बेहतरीन हथियार और सुविधाएं मुहैया कराई जाए।
https://hindi.sputniknews.in/20230323/chin-ke-prabharii-raajdoot-lac-par-sthiti-jatil-lekin-bharat-se-yuddh-nahin-chahte-1272816.html
भारत
जम्मू और कश्मीर
चीन
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/0d/65813_170:0:2901:2048_1920x0_80_0_0_ca98c78577359468cc9dc8257ed222d2.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य, केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों में कमी, सेना के कमांडरों का सम्मेलन, पीपल लिबरेशन आर्मी (pla) सैनिकों की तैनाती
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य, केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों में कमी, सेना के कमांडरों का सम्मेलन, पीपल लिबरेशन आर्मी (pla) सैनिकों की तैनाती
जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी: राजनाथ सिंह
18:16 19.04.2023 (अपडेटेड: 18:18 19.04.2023) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना कमांडरों के सम्मेलन में बोल रहे थे, सेना कमांडरों का सम्मेलन एक शीर्ष-स्तरीय द्विवार्षिक कार्यक्रम है जो हर साल अप्रैल और अक्टूबर में आयोजित किया जाता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के बारे में बात करते हुए कहा कि शांति और स्थिरता का जम्मू कश्मीर गवाह है और यहां आतंकवादी गतिविधियों में भी कमी देखी गई है।
"पूर्वोत्तर राज्यों में भी, भारतीय सेना द्वारा चलाए गए अभियानों के बाद आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य में काफी सुधार हुआ है। फिर भी, हमें शांति के लिए सरकार के प्रयासों को चुनौती देने वाले राष्ट्र-विरोधी संगठनों के खिलाफ सतर्क रहना होगा," सिंह ने कहा।
सेना के कमांडरों का पांच दिन चलने वाला सम्मेलन सोमवार से शुरू हुआ। यह चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए युद्धक क्षमता को बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
"आज के बदलते दौर में खतरों और हथियारों का दायरा काफी व्यापक हो गया है। इसके अनुसार अपनी रक्षा तैयारियों का आकलन करने की जरूरत है," उन्होंने कमांडरों से कहा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि वास्तविक समय की खुफिया जानकारी का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग सुनिश्चित करने की आवश्यकता है ताकि हम भविष्य में ऐसी किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें। राजनाथ सिंह ने
सेना से चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कड़ी निगरानी रखने को कहा क्योंकि पीपल लिबरेशन आर्मी (PLA) सैनिकों की तैनाती के मद्देनजर उत्तरी क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
"उत्तरी क्षेत्र में पीएलए सैनिकों की तैनाती के कारण स्थिति तनावपूर्ण है। हमारे सशस्त्र बलों, विशेष रूप से भारतीय सेना को एलएसी की सुरक्षा बनाए रखने के लिए लगातार अपनी सतर्कता रखनी होगी," सूत्रों के मुताबिक मीडिया ने बताया।
सिंह ने यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में तीन साल से चल रहे सीमा विवाद की पृष्ठभूमि में आई है।
उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि सरकार की पूरी कोशिश है कि
सीमा पर तैनात हर जवान को बेहतरीन हथियार और सुविधाएं मुहैया कराई जाए।