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पूर्व सेना प्रमुख जनरल बाजवा की सलाह पर पंजाब और केपी की विधानसभा की गई भंग: इमरान खान
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इमरान खान ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (KP) की प्रांतीय विधानसभाओं को भंग करने की सलाह पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने दी थी।
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान ने एक खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (KP) की प्रांतीय विधानसभाओं को भंग करने की सलाह पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने दी थी। इमरान खान ने पाकिस्तान के एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि बैठक के दौरान पूर्व सेना प्रमुख जनरल बाजवा और राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी भी मौजूद थे। इस बैठक में पूर्व सेना प्रमुख ने सुझाव दिया कि अगर पीटीआई प्रमुख की चुनाव करने की मांग हैं तो उन्हें पहले दो प्रांतों में अपनी सरकारों को भंग करना चाहिए। PTI के चीफ इमरान खान ने जुलाई में चुनाव कराने का भी सुझाव दिया, यदि प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली को भंग कर देते हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) दोनों प्रांतों में कार्यवाहक सरकारें अपने निर्धारित कार्यकाल की समाप्ति के बाद अवैध हैं, जहां खान की पार्टी क्रमशः 14 और 18 जनवरी को अपनी दो विधानसभाओं को भंग करने का फैसला करने से पहले सत्ता में थी।सत्ता से हटने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खिलाफ लड़ना बंद नहीं कर रहे हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ बड़े-बड़े प्रदर्शन, जुलूस और नए-नए बयान देना जारी रखे हैं।
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इमरान खान का इंटरव्यू, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभा भंग, पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की सलाह, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री, तहरीक-ए-इंसाफ (pti) के अध्यक्ष
इमरान खान का इंटरव्यू, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभा भंग, पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की सलाह, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री, तहरीक-ए-इंसाफ (pti) के अध्यक्ष
पूर्व सेना प्रमुख जनरल बाजवा की सलाह पर पंजाब और केपी की विधानसभा की गई भंग: इमरान खान
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के बाद पद से हटा दिया गया था, उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के प्रमुख ने उन्हें बताया कि बाजवा शहबाज शरीफ को सत्ता में लाना चाहते थे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान ने एक खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (KP) की प्रांतीय विधानसभाओं को भंग करने की सलाह पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने दी थी।
इमरान खान ने पाकिस्तान के एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि बैठक के दौरान पूर्व सेना प्रमुख जनरल बाजवा और राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी भी मौजूद थे। इस बैठक में पूर्व सेना प्रमुख ने सुझाव दिया कि अगर पीटीआई प्रमुख की चुनाव करने की मांग हैं तो उन्हें पहले दो प्रांतों में अपनी सरकारों को भंग करना चाहिए।
"जनरल बाजवा और [प्रीमियर इंटेलिजेंस] एजेंसी को पता था कि मौजूदा शासकों ने राष्ट्रीय खजाने से पैसे चुराए और विदेश ले गए थे। यह जानने के बावजूद, जनरल बाजवा उन्हें राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश (NRO) देने को तैयार थे क्योंकि उन्होंने विस्तार की योजना बनाई थी, यदि आपकी कोई विचारधारा है, तो आप इन लोगों को NRO देने के लिए खुद को राजी नहीं कर सकते।"खान ने आगे कहा।
PTI के चीफ इमरान खान ने जुलाई में चुनाव कराने का भी सुझाव दिया, यदि प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली को भंग कर देते हैं।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) दोनों प्रांतों में कार्यवाहक सरकारें अपने निर्धारित कार्यकाल की समाप्ति के बाद अवैध हैं, जहां
खान की पार्टी क्रमशः 14 और 18 जनवरी को अपनी
दो विधानसभाओं को भंग करने का फैसला करने से
पहले सत्ता में थी।
सत्ता से हटने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, प्रधानमंत्री
शहबाज शरीफ के खिलाफ लड़ना बंद नहीं कर रहे हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ बड़े-बड़े प्रदर्शन, जुलूस और नए-नए बयान देना जारी रखे हैं।