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संयुक्त राष्ट्र ने मरणोपरांत दो भारतीय शांति सैनिकों को मेडल से किया सम्मानित
संयुक्त राष्ट्र ने मरणोपरांत दो भारतीय शांति सैनिकों को मेडल से किया सम्मानित
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कांगो में शांति स्थापना के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए दो भारतीय शांति सैनिक शिशुपाल सिंह और सांवाला राम विश्नोई को संयुक्त राष्ट्र ने सर्वोच्च मेडल से सम्मानित किया है।
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विश्व
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कांगो में शांति स्थापना के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए दो भारतीय शांति सैनिक शिशुपाल सिंह और सांवाला राम विश्नोई को संयुक्त राष्ट्र ने सर्वोच्च मेडल से सम्मानित किया है।संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने महासभा कक्ष में एक समारोह में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज को पुरस्कार सौंपे।दरअसल भारत वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में तीसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, जिसमें 6,000 से अधिक सैन्य और पुलिस कर्मियों को अबेई, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, साइप्रस, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लेबनान, मध्य पूर्व और पश्चिमी सहारा में तैनात किया गया है।
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संयुक्त राष्ट्र ने मरणोपरांत दो भारतीय शांति सैनिकों को मेडल से किया सम्मानित
दो भारतीय शांति सैनिकों को मरणोपरांत संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित डैग हैमरस्कॉल्ड पदक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान संयुक्त राष्ट्र के लिए सेवा करने और कर्तव्य पालन के लिए दिए जाता है।
कांगो में शांति स्थापना के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए दो भारतीय शांति सैनिक शिशुपाल सिंह और सांवाला राम विश्नोई को संयुक्त राष्ट्र ने सर्वोच्च मेडल से सम्मानित किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने महासभा कक्ष में एक समारोह में भारत के स्थायी प्रतिनिधि
रुचिरा कंबोज को पुरस्कार सौंपे।
"वे अपने निःस्वार्थ बलिदान, कर्तव्य के प्रति समर्पण और निडर साहस से अमर हैं और हमेशा हमारे लिए प्रेरणा के रूप में काम करेंगे," कम्बोज ने ट्वीट किया।
दरअसल भारत वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में तीसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, जिसमें 6,000 से अधिक सैन्य और पुलिस कर्मियों को अबेई, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, साइप्रस, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लेबनान, मध्य पूर्व और पश्चिमी सहारा में तैनात किया गया है।