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अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर गिराया पहला परमाणु बम
अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर गिराया पहला परमाणु बम
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मानव जाति की याद में हिरोशिमा और नागासाकी की दुखद कहानी द्वितीय विश्व युद्ध के सबसे भयानक पन्नों में से एक हमेशा के लिए रहेगी। ये दोनों जापानी शहर सन 1945 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा की गई पहली परमाणु बमबारी के शिकार थे।
2023-08-06T15:18+0530
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6 अगस्त 1945 को सुबह के 8 बजे अमेरिकी सैन्य विमान Boeing B-29 के माध्यम से हिरोशिमा पर "लिटिल बॉय" नामक परमाणु बम गिराया गया था। बम की क्षमता लगभग 14 किलोटन टीएनटी के बराबर थी। कार्य पूरा करने के बाद विमान का चालक दल प्रभावित क्षेत्र को छोड़कर बेस पर पहुँच गया। इस समय परमाणु मशरूम 13 किलोमीटर की ऊँचाई तक पहुँच गया, जिसके परिणामस्वरूप अम्लीय वर्षा हुई जिसमें हजारों लोग मारे गए जो शुरुआती विस्फोट से बच गए थे। शहर का 80% हिस्सा ध्वस्त हो गया। 70 हज़ार से अधिक लोग तुरंत मर गए, बाद में हज़ारों लोग विकिरण के प्रभाव से मारे गए। हिरोशिमा इतिहास में परमाणु बम से नष्ट हुआ पहला शहर था।आज इन भयानक घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने और शांति और सुरक्षा का आह्वान करने के लिए हिरोशिमा में पीड़ितों की याद में शांति पार्क और स्मारक बनाए गए हैं।इस विनाशकारी बमबारी के बारे में ज्यादा जानने के लिए हमारा इन्फोग्राफिक को देखें।
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अमेरिका द्वारा हिरोशिमा पर गिराया पहला परमाणु बम
मानव जाति की स्मृति में हिरोशिमा और नागासाकी की दुखद कहानी द्वितीय विश्व युद्ध के सबसे भयानक पन्नों में से एक हमेशा के लिए रहेगी। ये दोनों जापानी शहर सन 1945 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा की गई पहली परमाणु बमबारी के शिकार थे।
6 अगस्त 1945 को सुबह के 8 बजे अमेरिकी सैन्य विमान Boeing B-29 के माध्यम से हिरोशिमा पर "लिटिल बॉय" नामक परमाणु बम गिराया गया था। बम की क्षमता लगभग 14 किलोटन टीएनटी के बराबर थी। कार्य पूरा करने के बाद विमान का चालक दल प्रभावित क्षेत्र को छोड़कर बेस पर पहुँच गया। इस समय
परमाणु मशरूम 13 किलोमीटर की ऊँचाई तक पहुँच गया, जिसके परिणामस्वरूप अम्लीय वर्षा हुई जिसमें हजारों लोग मारे गए जो शुरुआती विस्फोट से बच गए थे।
शहर का 80% हिस्सा ध्वस्त हो गया। 70 हज़ार से अधिक लोग तुरंत मर गए, बाद में हज़ारों लोग विकिरण के प्रभाव से मारे गए। हिरोशिमा इतिहास में
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आज इन
भयानक घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने और शांति और सुरक्षा का आह्वान करने के लिए हिरोशिमा में पीड़ितों की याद में शांति पार्क और स्मारक बनाए गए हैं।
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