- Sputnik भारत, 1920
नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन
नई दिल्ली में 9-10 सितंबर तक होने वाला G-20 देशों के नेताओं का शिखर सम्मेलन भारत की G-20 अध्यक्षता को समाप्त करेगा। G-20 का मेजबान होने के नाते भारत को यूक्रेन संघर्ष के मुद्दे पर पश्चिमी दबाव का सामना करना पड़ा, लेकिन यह रूस के खिलाफ पश्चिम के प्रतिबंध युद्ध में शामिल होने से इनकार कर दिया है।

भारत 2047 तक होगा विकसित राष्ट्र: भारतीय पीएम मोदी

© AP Photo / Manish SwarupIndian Prime Minister Narendra Modi speaks from the ramparts of the Red Fort monument on Independence Day in New Delhi, India, Tuesday, Aug.15, 2023.
Indian Prime Minister Narendra Modi speaks from the ramparts of the Red Fort monument on Independence Day in New Delhi, India, Tuesday, Aug.15, 2023. - Sputnik भारत, 1920, 03.09.2023
सब्सक्राइब करें
इससे पहले 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पिछले पांच वर्षों में भारत में 13.5 करोड़ से अधिक गरीब लोग गरीबी से बाहर आकर नव-मध्यम, मध्यम वर्ग का हिस्सा बने हैं।
रविवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2047 में अपनी आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाने तक भारत एक विकसित देश बन जाएगा।
भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा; भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता के लिए हमारे राष्ट्रीय जीवन में कोई स्थान नहीं होगा, उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे शब्दों और दृष्टिकोण को विश्व ने केवल विचारों के रूप में ही नहीं बल्कि भविष्य के एक रोडमैप के रूप में देखा है।

लंबे समय तक भारत को एक अरब भूखे पेट वाले देश के रूप में देखा जाता था, अब यह एक अरब महत्वाकांक्षी मस्तिष्क और दो अरब कुशल हाथों वाला देश है, प्रधानमंत्री ने कहा।

मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के युवा आने वाली सदियों तक राष्ट्र के विकास का नेतृत्व करेंगे।

मोदी ने निष्कर्ष निकाला कि भारत के पास आज शानदार मौका है विकास की नींव रखने की जिसे हजारों वर्षों तक याद रखा जाएगा। कभी एक बड़े बाजार के रूप में देखा जाने वाला भारत अब वैश्विक चुनौतियों के समाधान का हिस्सा है।

इसके साथ रविवार को भारतीय प्रधान मंत्री आनेवाले जी-20 शिखर सम्मेलन पर टिप्पणी की। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, विभिन्न संघर्षों को हल करने के लिए संवाद और कूटनीति एकमात्र तरीका है।

विभिन्न क्षेत्रों में कई अलग-अलग संघर्ष हैं। उन सभी को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। कहीं भी किसी भी संघर्ष पर यह हमारा रुख है। जी-20 के अध्यक्ष के रूप में या नहीं, हम दुनिया भर में शांति सुनिश्चित करने के सभी प्रयासों का समर्थन करेंगे। हम मानते हैं कि विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर हमारे सब रुख और विचार अलग हैं। साथ ही, हमने बार-बार इस बात पर बल दिया है कि विभाजित दुनिया के लिए आम चुनौतियों से निपटना कठिन होगा, मोदी ने जी-20 बैठक से पूर्व एक भारतीय समाचार एजेंसी को एक साक्षात्कार में कहा।

उन्होंने अपनी बात को बढ़ाते हुए यह भी कहा कि अगर जी-20 देश एकजुट हों, तो वे विभिन्न चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना कर सकते हैं।
The tanker Sun Arrows loads its cargo of liquefied natural gas from the Sakhalin-2 project in the port of Prigorodnoye, Russia, on Friday, Oct. 29, 2021. - Sputnik भारत, 1920, 01.09.2023
व्यापार और अर्थव्यवस्था
भारत ने प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा आयातक बनने की योजना बनाई
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала