https://hindi.sputniknews.in/20230909/chandryaan-3-isro-ne-sliip-mod-men-vikram-laindar-kii-tasviirien-dikhaaiin-4157917.html
चंद्रयान-3: इसरो ने स्लीप मोड में विक्रम लैंडर की तस्वीरें दिखाईं
चंद्रयान-3: इसरो ने स्लीप मोड में विक्रम लैंडर की तस्वीरें दिखाईं
Sputnik भारत
शनिवार को इसरो ने विक्रम लैंडर की मनमोहक तस्वीरें जारी कीं।
2023-09-09T20:21+0530
2023-09-09T20:21+0530
2023-09-09T20:21+0530
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
चंद्रयान-3
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
भारत
तकनीकी विकास
भारत का विकास
समावेशी विकास
अंतरिक्ष उद्योग
अंतरिक्ष अनुसंधान
प्रज्ञान रोवर
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/08/18/3796732_0:192:1375:965_1920x0_80_0_0_bb56847a657866a4c717beab96106cce.jpg
शनिवार को इसरो ने विक्रम लैंडर की मनमोहक तस्वीरें जारी कीं। विक्रम लैंडर को स्लीप मोड में सेट कर दिया गया है और उसके पेलोड बंद कर दिए गए हैं। चंद्रयान-3 के लैंडर की तस्वीरें बुधवार को चांद की कक्षा पर घूम रहे चंद्रयान-2 पर लगे डुअल-फ़्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार (DFSAR/डीएफएसएआर) उपकरण द्वारा ली गई थी।22 सितंबर को इसरो विक्रम लैंडर और प्रज्ञान की कार्यक्षमता का आकलन करेगा। चंद्रमा की रातों में तापमान -150 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, जिससे लैंडर की इतनी अत्यधिक ठंड झेलने की क्षमता के बारे में चिंताएं बढ़ जाती हैं।चंद्रयान-2 मिशन 2019 में लॉन्च किया गया था। इसके उद्देश्य चंद्रयान-3 के समान थे। दुर्भाग्यवश, चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास के दौरान चंद्रयान-2 लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था ।फिर भी, ऑर्बिटर पूरी तरह से चालू है। अब वह तीसरे चंद्र मिशन का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह लैंडिंग प्रक्रियाओं में सहायता करता है और विक्रम लैंडर को ग्राउंड स्टेशनों से जुड़ने के लिए दोतरफ़ा संचार को सक्षम बनाता है।
https://hindi.sputniknews.in/20230903/chndryaan-3-chndr-mishn-kaa-kaam-puuriaa-riovri-sliip-mod-men-daalaa-gyaa-isrio-4000531.html
भारत
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/08/18/3796732_0:63:1375:1094_1920x0_80_0_0_6a6873456a043b5f7f9d6fe98b50b7b5.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो), निष्क्रिय अवस्था (स्लीप मोड), डुअल-फ़्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार (dfsar/डीएफएसएआर), अत्याधुनिक उपकरण, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान, चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), भारत का चंद्रयान-3 मिशन, चंद्रयान-3 निष्क्रिय अवस्था (स्लीप मोड), भारत के चंद्र राजदूत, चंद्रयान -3 का लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर उतरा, कोविद-19 महामारी, भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार, india space mission hindi news, india moon mission hindi, lunar rover, hindi indian space program
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो), निष्क्रिय अवस्था (स्लीप मोड), डुअल-फ़्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार (dfsar/डीएफएसएआर), अत्याधुनिक उपकरण, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान, चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), भारत का चंद्रयान-3 मिशन, चंद्रयान-3 निष्क्रिय अवस्था (स्लीप मोड), भारत के चंद्र राजदूत, चंद्रयान -3 का लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर उतरा, कोविद-19 महामारी, भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार, india space mission hindi news, india moon mission hindi, lunar rover, hindi indian space program
चंद्रयान-3: इसरो ने स्लीप मोड में विक्रम लैंडर की तस्वीरें दिखाईं
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने पहले जानकारी दी थी कि चंद्रयान के मॉड्यूल विक्रम लैंडर को अगले चौदह दिनों के लिए सोमवार सुबह के लगभग 8 बजे सुषुप्त अवस्था (स्लीप मोड) में चला गया है।
शनिवार को इसरो ने विक्रम लैंडर की मनमोहक तस्वीरें जारी कीं। विक्रम लैंडर को स्लीप मोड में सेट कर दिया गया है और उसके पेलोड बंद कर दिए गए हैं।
चंद्रयान-3 के लैंडर की तस्वीरें बुधवार को
चांद की कक्षा पर घूम रहे चंद्रयान-2 पर लगे
डुअल-फ़्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार (DFSAR/डीएफएसएआर) उपकरण द्वारा ली गई थी।
इसरो ने कहा, "वर्तमान में DFSAR अत्याधुनिक उपकरण किसी भी चंद्र मिशन में उच्चतम रिज़ॉल्यूशन की पोलारिमेट्रिक छवियां प्रदान करता है।"
22 सितंबर को इसरो विक्रम लैंडर और प्रज्ञान की कार्यक्षमता का आकलन करेगा। चंद्रमा की रातों में तापमान -150 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, जिससे लैंडर की इतनी अत्यधिक ठंड झेलने की क्षमता के बारे में चिंताएं बढ़ जाती हैं।
चंद्रयान-2 मिशन 2019 में लॉन्च किया गया था। इसके उद्देश्य चंद्रयान-3 के समान थे। दुर्भाग्यवश, चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास के दौरान चंद्रयान-2 लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था ।
फिर भी, ऑर्बिटर पूरी तरह से चालू है। अब वह
तीसरे चंद्र मिशन का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह लैंडिंग प्रक्रियाओं में सहायता करता है और विक्रम लैंडर को ग्राउंड स्टेशनों से जुड़ने के लिए दोतरफ़ा संचार को सक्षम बनाता है।