यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

यूक्रेनी युद्धबंदी ने बताया कि रूसी पर्चे ने बचाई उसकी जान

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कुछ यूक्रेनी सैनिक रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए जंगल में भाग गए। दलबदलुओं में से एक ने Sputnik को बताया कि यूक्रेनी सैनिकों ने उनके बख्तरबंद कार्मिक वाहन को मारा जाने के बाद आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें यूक्रेनी युद्धबंदी को दिखाया गया है जो रूसी सशस्त्र बलों द्वारा फैलाए गए पर्चों की बदौलत रूसी सैनिकों से संपर्क कर पाया। रूसी सेना के इन पर्चों में फ्रीक्वेंसी और कॉल साइन शामिल हैं।
यूक्रेनी सैनिक ने बख्तरबंद वाहनों और युद्ध सामग्री की कमी के बारे में बात की। युद्धबंदी ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों के पास ऐसे विशेष दस्ते हैं, जो भगोड़ों को गोली मारते हैं।
युद्धबंदी ने रूसी सैनिकों के उनके प्रति अच्छे रवैये पर ध्यान दिया।
चूंकि यूक्रेनी जवाबी हमला विफल रहा है, लिहाज़ा यूक्रेनी सैनिक नाटो हितों की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान देने से इनकार कर रहे हैं। यूक्रेनी सेना ने बड़ी संख्या में हथियार और उपकरण खो दिए हैं। किसी भी दिशा में वह अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं कर पाई। यूक्रेनी सैनिकों के वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की या अमेरिकी आधिपत्य के लिए लड़ने के मनोबल कम हो रहे हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा यूक्रेनी सैनिक रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण करके अपनी जान बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
The Ukrainian military forced captured Russian soldiers to walk directly through a minefield - Sputnik भारत, 1920, 15.09.2023
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