https://hindi.sputniknews.in/20231013/mijoram-men-mendhak-kii-nii-durlabh-prajaati-milii-hai-4793543.html
मिजोरम में मेंढक की नई, दुर्लभ प्रजाति मिली है
मिजोरम में मेंढक की नई, दुर्लभ प्रजाति मिली है
बुफ़ोइड्स (Bufoides) मेंढक की एक दुर्लभ और स्थानिक प्रजाति है, जो भारत के पूर्वोत्तर में मिलती है। पहले बुफ़ोइड्स की मात्र दो प्रजातियां ज्ञात थीं – बुफ़ोइड्स मेघलायनस (Bufoides meghalayanus) और बुफ़ोइड्स केम्पी (Bufoides kempi)।
2023-10-13T14:04+0530
2023-10-13T14:04+0530
2023-10-13T14:04+0530
ऑफबीट
मिजोरम
भारत
जानवर
प्रकृति संरक्षण
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
पर्यावरण
पर्यावरणवाद
/html/head/meta[@name='og:title']/@content
/html/head/meta[@name='og:description']/@content
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0a/0c/4788468_0:0:800:450_1920x0_80_0_0_f473294d08959d8e08695c34edb4060e.jpg
इन्डोनेशियाई पत्रिका बायोडायवर्सिटी के नवीनतम अंक के अनुसार वैज्ञानिकों ने पूर्वी भारतीय राज्य मिजोरम में स्थित जंगल, डंपा टाइगर रिजर्व में मेंढक की एक नई और दुर्लभ प्रजाति दर्ज की है। प्रसिद्ध भारतीय सरीसृपविज्ञानी सुब्रमण्यम भूपति के नाम पर इसका नाम बुफोइड्स भूपति रखा गया है।जीवविज्ञानी इस खोज को अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हैं, क्योंकि पहले बुफोइड्स जीनस के मात्र दो प्रतिनिधि यानी बुफोइड्स मेघलायनस और बुफोइड्स केम्पी की पहचान मेघालय में की गई थी।नई प्रजाति सह-जेनेरिक (समान) प्रजातियों से इन मायनों में भिन्न है कि इसकी इंटरडिजिटल वेबिंग, रंगाई, त्वचा ट्यूबरकुलेशन दूसरी है तथा इसके शरीर पर ओवॉइड, ट्यूबरकुलेटेड और दबी हुई पैरोटिड ग्रंथियां हैं।लगभग एक इंच लंबाई वाले मेंढक काले, मध्यम आकार के ट्यूबरकल या मस्सों से ढके होते हैं।पत्रिका का अनुमान है कि हालांकि यह ज्ञात है कि नई प्रजाति मात्र डंपा टाइगर रिजर्व में ही मिलती है, आईयूसीएन के मानदंडों के अंतर्गत इस प्रजाति को ‘लुप्तप्राय’ के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।वर्तमान में आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में 42 हज़ार जानवरों में से 41 प्रतिशत (लगभग 17,220) उभयचर हैं।
https://hindi.sputniknews.in/20230914/maiksiko-men-eliyn-shavon-ko-dikhaayaa-jaane-ke-baad-nasa-apne-adhyayan-kaa-khulaasaa-karegaa-4241814.html
मिजोरम
भारत
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
2023
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0a/0c/4788468_100:0:700:450_1920x0_80_0_0_456f833c4f6344536d758cc07ed77b41.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rosiya Segodnya“
इन्डोनेशियाई पत्रिका बायोडायवर्सिटी, मिजोरम, भारत में मेंढक की नई, दुर्लभ प्रजाति की खोज, बुफ़ोइड्स (bufoides) मेंढक, बुफ़ोइड्स केम्पी (bufoides kempi), बुफ़ोइड्स मेघलायनस (bufoides meghalayanus), डंपा टाइगर रिजर्व, प्रसिद्ध भारतीय सरीसृपविज्ञानी सुब्रमण्यम भूपति, जीवविज्ञानी, बुफोइड्स केम्पी की पहचान, बेहद महत्वपूर्ण खोज, नई प्रजाति, अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन), आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची, उभयचर, 'गंभीर रूप से लुप्तप्राय' प्रजातियों की सूची
इन्डोनेशियाई पत्रिका बायोडायवर्सिटी, मिजोरम, भारत में मेंढक की नई, दुर्लभ प्रजाति की खोज, बुफ़ोइड्स (bufoides) मेंढक, बुफ़ोइड्स केम्पी (bufoides kempi), बुफ़ोइड्स मेघलायनस (bufoides meghalayanus), डंपा टाइगर रिजर्व, प्रसिद्ध भारतीय सरीसृपविज्ञानी सुब्रमण्यम भूपति, जीवविज्ञानी, बुफोइड्स केम्पी की पहचान, बेहद महत्वपूर्ण खोज, नई प्रजाति, अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन), आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची, उभयचर, 'गंभीर रूप से लुप्तप्राय' प्रजातियों की सूची
मिजोरम में मेंढक की नई, दुर्लभ प्रजाति मिली है
बुफ़ोइड्स (Bufoides) मेंढक की एक दुर्लभ और स्थानिक प्रजाति है, जो भारत के पूर्वोत्तर में मिलती है। पहले बुफ़ोइड्स की मात्र दो प्रजातियां ज्ञात थीं – बुफ़ोइड्स मेघलायनस (Bufoides meghalayanus) और बुफ़ोइड्स केम्पी (Bufoides kempi)।
इन्डोनेशियाई पत्रिका बायोडायवर्सिटी के नवीनतम अंक के अनुसार वैज्ञानिकों ने पूर्वी भारतीय राज्य मिजोरम में स्थित जंगल, डंपा टाइगर रिजर्व में मेंढक की एक नई और दुर्लभ प्रजाति दर्ज की है। प्रसिद्ध भारतीय सरीसृपविज्ञानी सुब्रमण्यम भूपति के नाम पर इसका नाम बुफोइड्स भूपति रखा गया है।
जीवविज्ञानी इस खोज को अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हैं, क्योंकि पहले बुफोइड्स जीनस के मात्र दो प्रतिनिधि यानी बुफोइड्स मेघलायनस और बुफोइड्स केम्पी की पहचान
मेघालय में की गई थी।
नई प्रजाति सह-जेनेरिक (समान) प्रजातियों से इन मायनों में भिन्न है कि इसकी इंटरडिजिटल वेबिंग, रंगाई, त्वचा ट्यूबरकुलेशन दूसरी है तथा इसके शरीर पर ओवॉइड, ट्यूबरकुलेटेड और दबी हुई पैरोटिड ग्रंथियां हैं।
लगभग एक इंच लंबाई वाले मेंढक काले, मध्यम आकार के ट्यूबरकल या मस्सों से ढके होते हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) ने इस प्रजाति को 'गंभीर रूप से लुप्तप्राय' प्रजातियों की सूची में सम्मिलित किया है, और बुफोइड्स मेघालयनस मात्र तीन स्थानों तक ही सीमित था, सभी मेघालय के चेरापूंजी में एक दूसरे से 1.5 किमी के भीतर थे।
पत्रिका का अनुमान है कि हालांकि यह ज्ञात है कि नई प्रजाति मात्र डंपा टाइगर रिजर्व में ही मिलती है, आईयूसीएन के मानदंडों के अंतर्गत इस प्रजाति को ‘लुप्तप्राय’ के रूप में
वर्गीकृत किया जा सकता है।
वर्तमान में आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में 42 हज़ार जानवरों में से 41 प्रतिशत (लगभग 17,220) उभयचर हैं।