डिफेंस
भारतीय सेना, इसके देशी और विदेशी भागीदारों और प्रतिद्वन्द्वियों की गरमा गरम खबरें।

भारतीय वायु सेना ने S-400, तेजस और Su-30 के साथ चीनी सीमा के पास किया युद्धाभ्यास

© Sputnik / Russian Ministry of Defence / मीडियाबैंक पर जाएंS-400 Triumph anti-aircraft missile system seen during the Vostok-2018 military drills
S-400 Triumph anti-aircraft missile system seen during the Vostok-2018 military drills - Sputnik भारत, 1920, 08.11.2023
सब्सक्राइब करें
भारतीय वायु सेना की पूर्वी वायु कमान (EAC) ने हाल ही में अपनी प्रमुख हथियार प्रणालियों का परीक्षण करने के लिए 30 अक्टूबर से 4 नवंबर तक अपना वार्षिक कमांड स्तर का मेगा हवाई अभ्यास 'पूर्वी आकाश' का आयोजन किया।
इस अभ्यास में रूस द्वारा निर्मित S-400 वायु रक्षा मिसाइलों के साथ देश में बने लड़ाकू विमान तेजस और हेलिकॉप्टर LCH प्रचंड ने भी भाग लिया था।
भारतीय मीडिया ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने S-400 वायु रक्षा मिसाइल का नाम भगवान कृष्ण के हथियार सुदर्शन चक्र के नाम पर सुदर्शन रखा है, अभी तक S-400 मिसाइल प्रणालियों के तीन स्क्वाड्रन भारत ने हासिल कर लिए हैं।
इस वार्षिक अभ्यास में S-400 मिसाइलों के अलावा, लड़ाकू विमानों Su-30 और राफेल के साथ जमीनी सैनिकों ने भी भाग लिया था। यह अभ्यास दिन और रात दोनों के दौरान आयोजित किया गया, मुख्य रूप से यह भारतीय वायु सेना की क्षमताओं को परखने पर केंद्रित था। इसके अलावा इस मेगा हवाई अभ्यास का उद्देश्य वायु और थल सेना के बीच समन्वय को बढ़ाना था।
"अभ्यास में जमीन पर सेना के जवानों के साथ-साथ S-400 वायु रक्षा मिसाइलों के साथ-साथ Su-30, राफेल और तेजस लड़ाकू विमानों सहित लड़ाकू विमानों का प्रमुख संचालन देखा गया," वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने इंडिया टुडे को बताया। 
इस अभ्यास में भारतीय सेना की पूर्वी कमान (EC) भी संयुक्त अभियान में शामिल थी। भारतीय वायु सेना के विशेष बल 'गरुड़' और भारतीय सेना के विशेष बलों ने साथ-साथ कई विशेष अभियानों में भाग लिया।
Anti-aircraft defense system S-400 Triumph  - Sputnik भारत, 1920, 26.07.2023
डिफेंस
भारत रूस की S-400 की तर्ज पर बनाएगा अपनी वायु रक्षा प्रणाली: रिपोर्ट
देश में बने 'प्रचंड' हेलीकॉप्टर अन्य लड़ाकू प्रणालियों के साथ इस अभ्यास में भाग ले रहा था, इसके फलस्वरूप इसे अपनी पहली ऐसी तैनाती के रूप में एक उच्च ऊंचाई वाले एडवांस लैंडिंग ग्राउंड पर उतारा गया।
इस अभ्यास के हिस्से के रूप में हेवी-लिफ्ट चिनूक हेलीकॉप्टरों को भी अलग लाग अभियानों के लिए तैनात किया गया था।
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала