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इज़राइल-हमास युद्ध

भारतीय कार्यबल के लिए इज़राइल की अपील पर सोशल मीडिया पर हुई नस्लवादी प्रतिक्रिया

© AP Photo / Manish SwarupIndian workers
Indian workers - Sputnik भारत, 1920, 12.11.2023
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7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के आक्रमण के उपरांत इजरायल के निर्माण उद्योग में फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट रद्द कर दिए गए हैं।
फिलिस्तीनियों के स्थान पर लगभग 100,000 भारतीय निर्माण श्रमिकों को काम पर रखने के इज़राइल के प्रस्ताव ने सोशल मीडिया पर भारतीयों के विरुद्ध नस्लवादी प्रतिक्रिया आरंभ कर दी है।
इजराइल के निर्माण उद्योग में लगभग 25 प्रतिशत कार्यबल फ़िलिस्तीनियों का था।
इज़राइल बिल्डर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैम फीग्लिन ने अमेरिकी-राज्य प्रसारक वीओए को बताया कि यह उद्योग अपने को "सामान्य स्थिति में वापस लाने" के लिए 50,000 से 100,000 तक भारतीय श्रमिकों को काम पर रखना चाहता है। हालाँकि, कई इज़राइलियों ने इस प्रस्ताव को लेकर भारत पर नस्लवादी टिप्पणियों के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने स्वयं को 'ज़ायोनीवादी' बताते हुए भारतीयों को 'यौन भूख से पीड़ित' और 'असभ्य' कहा।

“कुछ लोगों ने मुझे नस्लवादी कहा। मैं नस्लवादी नहीं हूं। मुझे बस बलात्कारियों के कारण अपने परिवार और अपने देश के लिए डर है। तीसरी दुनिया के देशों के लिए इज़राइल के दरवाजे खोलने से यह नष्ट हो जाएगा,” उस उपयोगकर्ता ने लिखा।

© Photo / Indian workers in IsraelIsrael's plea to hire Indian workers sparks racist backlash
Israel's plea to hire Indian workers sparks racist backlash - Sputnik भारत, 1920, 12.11.2023
Israel's plea to hire Indian workers sparks racist backlash
यह एक यहूदी राज्य है, बेंगलुरु स्टेशन नहीं,” बेन-त्ज़ियन सैलॉफ़ नाम के एक अन्य उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की।

इजराइल के प्रस्ताव पर भारत की प्रतिक्रिया

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे इज़राइल के किसी भी प्रकार के "विशिष्ट अनुरोध" के संदर्भ में अवगत नहीं कराया गया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पिछले सप्ताह नई दिल्ली में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि भारत और इज़राइल पिछले वर्ष से निर्माण और देखभाल क्षेत्रों में "द्विपक्षीय काम" पर चर्चा कर रहे हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया, "...परंतु यह एक दीर्घकालिक पहल है और जैसा कि मैंने कहा, मुझे किसी भी विशिष्ट अनुरोध या संख्या के बारे में जानकारी नहीं मिली है जो इधर-उधर घूम रही है।"
इस वर्ष मई में विदेश मंत्री एली कोहेन की नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत और इज़राइल ने लगभग 42,000 भारतीयों को इज़राइल के निर्माण और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्रों में काम करने की अनुमति देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दूसरी ओर, भारतीय ट्रेड यूनियनों ने भारतीय श्रमिकों का "निर्यात" करने के विचार पर आपत्ति जताई है।
प्रमुख भारतीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त बयान में इज़राइल के प्रस्ताव की आलोचना की गई।
"मजदूर वर्ग की ओर से सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU) भारत सरकार से इज़राइल सरकार और वहां के बिल्डर्स एसोसिएशन के ऐसे किसी भी कथित कदम पर प्रतिक्रिया देने से अस्वीकार करने की मांग को दोहराता है।"
In this photo released by Saudi Royal Palace, Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman, speaks during the Gulf Cooperation Council (GCC) Summit in Riyadh, Saudi Arabia, Tuesday, Dec. 14, 2021. - Sputnik भारत, 1920, 11.11.2023
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