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सर्द मौसम के बीच भारतीय सेना ने लद्दाख की घाटी में किया अभ्यास

© AP Photo / Mukhtar KhanIndian army vehicles move in a convoy in the cold desert region of Ladakh, India
Indian army vehicles move in a convoy in the cold desert region of Ladakh, India - Sputnik भारत, 1920, 27.11.2023
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हिमालय की ऊंची पहाड़ी में कड़ाके की सर्दी शुरू होते ही, भारतीय सेना ने सोमवार को लद्दाख क्षेत्र में अपनी परिचालन तैयारी युद्धाभ्यास के हिस्से के रूप में तोपखाने की बंदूकों के साथ अभ्यास किया।
उत्तरी कमान के तहत भारतीय सेना की तोपखाने रेजिमेंट (ध्रुव कमांड) ने लद्दाख के जोखिम भरे पहाड़ों में ज़ोजिला दर्रे के पास 11,500 फीट की ऊंचाई पर एक परिचालन तत्परता अभ्यास किया।

"उच्च ऊंचाई की ठंडी के बीच, ध्रुवकमांड के थंडरबोल्ट गनर पेशेवर कौशल को निखारने और परिचालन तत्परता को बढ़ाने के लिए ज़ोजिला दर्रे से परे कौशल को निखारते हुए तूफान पैदा करते हैं," भारतीय सेना की उत्तरी कमान ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अभ्यास के वीडियो के साथ साझा किए गए एक पोस्ट में कहा।

गौरतलब है कि 15 मीडियम रेजिमेंट, 'बटालिक बॉम्बर्स' ने बर्फ से ढके धूल भरे पहाड़ों से घिरी घाटी में एक्शन स्टेशन तैयार किए। ड्रिल का उद्देश्य पेशेवर कौशल को निखारना और यह प्रदर्शित करना था कि जब ज़ोजिला में "ठंढ का मिलन अग्निशक्ति से होता है" तो क्या होता है।
बता दें कि ज़ोजिला दर्रा भारत की सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नियंत्रण रेखा (LOC) के बहुत करीब स्थित है और यह जीवन रेखा है जो कश्मीर घाटी और लद्दाख को जोड़ती है।
This photograph provided by the Indian Army, according to them shows Chinese troops dismantling their bunkers at Pangong Tso region, in Ladakh along the India-China border on Monday, Feb.15, 2021 - Sputnik भारत, 1920, 14.11.2023
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