https://hindi.sputniknews.in/20231204/yuuriop-kii-ori-se-50-arib-yuurio-kii-shaaytaa-se-vnchit-ho-sktaa-hai-yuukren-riiporit-5695856.html
यूरोप की ओर से 50 अरब यूरो की सहायता से वंचित हो सकता है यूक्रेन: रिपोर्ट
यूरोप की ओर से 50 अरब यूरो की सहायता से वंचित हो सकता है यूक्रेन: रिपोर्ट
Sputnik भारत
नीदरलैंड में दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी की जीत और जर्मनी में बजट संकट के चलते यूक्रेन को अधिक धन मिलने की संभावनाएं धूमिल दिख रही हैं।
2023-12-04T15:36+0530
2023-12-04T15:36+0530
2023-12-04T15:38+0530
यूक्रेन
यूरोप
यूरोपीय संघ
जर्मनी
वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की
ओलाफ शोल्ज़
नीदरलैंड
वित्तीय प्रणाली
अर्थव्यवस्था
यूक्रेन संकट
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0a/0f/4842474_0:115:3233:1934_1920x0_80_0_0_b64321be43c3db41ccb8052f077eaf98.jpg
ब्रुसेल्स में 14-15 दिसंबर के शिखर सम्मेलन से पहले यूरोपीय देशों में राजनीतिक विवादों की वजह से यूक्रेन संप्रभु डिफ़ॉल्ट के खतरे में आ गया है क्योंकि उसके पास 50 अरब यूरो की कमी है, ब्रिटेन के समाचार पत्र फाइनेंशियल टाइम्स ने अज्ञात स्रोतों के हवाले से बताया। रिपोर्ट में कहा गया है कि नीदरलैंड में गीर्ट वाइल्डर्स की लोकलुभावन दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी के प्रतिनिधि सभा में बहुमत सीटें जीतने के बाद कीव को फंड देने की सहमति गंभीर रूप से कमजोर हो गई है।यूक्रेन में धन के अब तक के स्थिर प्रवाह में एक और बाधा जर्मनी में बजट घाटा है। जर्मनी के संघीय संवैधानिक न्यायालय ने सरकार की खर्च योजना को गंभीर रूप से कम कर दिया है, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन मुश्किल में पड़ गया है। समाचार पत्र के सूत्रों के मुताबिक यूरोपीय राजनीति में इन घटनाओं से यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से वादा किए गए 50 अरब यूरो न मिलने का खतरा है। इस धन के बिना यूक्रेन को अपने संप्रभु ऋण पर डिफ़ॉल्ट का सामना करना पड़ सकता है।
https://hindi.sputniknews.in/20231130/ukraine-adhikaari-ruus-ke-saath-yuddh-viraam-ke-liye-logon-ko-taiyaar-kar-rahe-hain-visheshagya-5653907.html
यूक्रेन
यूरोप
जर्मनी
नीदरलैंड
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0a/0f/4842474_252:0:2983:2048_1920x0_80_0_0_6285a61b2ae0edc79892d931a6545aa1.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
समाचारपत्र फाइनेंशियल टाइम्स, यूरोपीय संघ में राजनीतिक विवाद, नीदरलैंड में गीर्ट वाइल्डर्स की लोकलुभावन दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी, जर्मनी में बजट घाटा, चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की बजट योजना का बुंडेस्टाग में उपहास, सत्ता का प्लंबर, ज़ेलेंस्की से वादा किए गए 50 अरब यूरो न मिलने का खतरा, संप्रभु ऋण पर डिफ़ॉल्ट, संघीय संवैधानिक न्यायालय
समाचारपत्र फाइनेंशियल टाइम्स, यूरोपीय संघ में राजनीतिक विवाद, नीदरलैंड में गीर्ट वाइल्डर्स की लोकलुभावन दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी, जर्मनी में बजट घाटा, चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की बजट योजना का बुंडेस्टाग में उपहास, सत्ता का प्लंबर, ज़ेलेंस्की से वादा किए गए 50 अरब यूरो न मिलने का खतरा, संप्रभु ऋण पर डिफ़ॉल्ट, संघीय संवैधानिक न्यायालय
यूरोप की ओर से 50 अरब यूरो की सहायता से वंचित हो सकता है यूक्रेन: रिपोर्ट
15:36 04.12.2023 (अपडेटेड: 15:38 04.12.2023) नीदरलैंड में दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी की संसदीय चुनाव में जीत और जर्मनी में बजट संकट के चलते यूक्रेन को यूरोपित संघ की ओर से सहायता मिलने की संभावनाएं धूमिल दिख रही हैं।
ब्रुसेल्स में 14-15 दिसंबर के शिखर सम्मेलन से पहले यूरोपीय देशों में राजनीतिक विवादों की वजह से यूक्रेन संप्रभु डिफ़ॉल्ट के खतरे में आ गया है क्योंकि उसके पास 50 अरब यूरो की कमी है, ब्रिटेन के समाचार पत्र फाइनेंशियल टाइम्स ने अज्ञात स्रोतों के हवाले से बताया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नीदरलैंड में गीर्ट वाइल्डर्स की लोकलुभावन दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी के प्रतिनिधि सभा में बहुमत सीटें जीतने के बाद
कीव को फंड देने की सहमति गंभीर रूप से कमजोर हो गई है।
बड़े स्तर के आप्रवासन और खुद यूरोपीय संघ की आलोचना करने के अलावा वाइल्डर्स ने डच करदाताओं की कीमत पर यूक्रेन को वित्त पोषण देने का विरोध किया है।
यूक्रेन में धन के अब तक के स्थिर प्रवाह में एक और बाधा जर्मनी में बजट घाटा है। जर्मनी के संघीय संवैधानिक न्यायालय ने सरकार की खर्च योजना को गंभीर रूप से कम कर दिया है, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन मुश्किल में पड़ गया है।
पिछले सप्ताह प्रस्तुत चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की बजट योजना का बुंडेस्टाग में उपहास किया गया था, और स्कोल्ज़ को स्वयं "सत्ता का प्लंबर" कहा गया था, जिसे पता नहीं था कि राज्य कैसे चलाना है।
समाचार पत्र के सूत्रों के मुताबिक यूरोपीय राजनीति में इन घटनाओं से
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से वादा किए गए 50 अरब यूरो न मिलने का खतरा है। इस धन के बिना यूक्रेन को अपने संप्रभु ऋण पर डिफ़ॉल्ट का सामना करना पड़ सकता है।