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भारत को मिली परमाणु छवि-सुधार तकनीक में महत्वपूर्ण सफलता
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एप्लाइड ऑप्टिक्स पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित हुए शोधपत्र में एक नई छवि-सुधार तकनीक प्रस्तुत कि गई है जो परम शून्य तापमान पर परमाणुओं के अध्ययन करने में वैज्ञानिकों की मदद करने वाली है।
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कर्नाटक के रमन अनुसन्धान संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक क्रांतिकारी तकनीक विकसित की है जो क्वांटम गुणों वाले परमाणुओं का उन्नत अध्ययन करने मे सक्षम है।शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने परम शून्य तापमान पर क्वांटम गुण प्रदर्शित करने वाले अल्ट्राकोल्ड परमाणुओं का अध्ययन किया।उन्होंने एक नई छवि-सुधार तकनीक तैयार की जो 50 प्रतिशत अवांछित उजले या अंधेरे पैटर्न को हटाने में मदद करेगी। उजले या अंधेरे पैटर्न वैज्ञानिकों को परमाणु संख्या और तापमान के सटीक मान प्राप्त करने से रोकती है।यह नई तकनीक उच्च-गुणवत्ता वाली छवियाँ कैप्चर करने के साथ-साथ हस्तक्षेप पैटर्न को कम करके शोर को प्रभावी ढंग से कम करने में भी सक्षम है।वैज्ञानिकों के अनुसार यह शोधकार्य बड़े महत्त्व का है क्योंकि यह अवशोषण इमेजिंग पर निर्भर अनुसंधान क्षेत्रों में प्रयोगात्मक माप की विश्वसनीयता और सटीकता में काफी सुधार करेगा।शोध में भाग लेने वाले शोधकर्ता गौरबल पाल के अनुसार यह सफलता वैज्ञानिकों को परमाणुओं के ऑप्टिकल घनत्व की सटीक गणना करने और तापमान, आकार और घनत्व जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों को निर्धारित करने में सक्षम बनाएगी, जिससे वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए नई संभावनाएं खुलेंगी।
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भारत को मिली परमाणु छवि-सुधार तकनीक में महत्वपूर्ण सफलता
15:06 07.02.2024 (अपडेटेड: 15:15 07.02.2024) एप्लाइड ऑप्टिक्स पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित हुए शोधपत्र में एक नई छवि-सुधार तकनीक प्रस्तुत कि गई है जो परम शून्य तापमान पर परमाणुओं के अध्ययन करने में वैज्ञानिकों की मदद करने वाली है।
कर्नाटक के रमन अनुसन्धान संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक क्रांतिकारी तकनीक विकसित की है जो क्वांटम गुणों वाले परमाणुओं का उन्नत अध्ययन करने मे सक्षम है।
शोध के दौरान
वैज्ञानिकों ने परम शून्य तापमान पर क्वांटम गुण प्रदर्शित करने वाले अल्ट्राकोल्ड परमाणुओं का अध्ययन किया।
उन्होंने एक नई छवि-सुधार तकनीक तैयार की जो 50 प्रतिशत अवांछित उजले या अंधेरे पैटर्न को हटाने में मदद करेगी। उजले या अंधेरे पैटर्न वैज्ञानिकों को परमाणु संख्या और तापमान के सटीक मान प्राप्त करने से रोकती है।
यह नई तकनीक उच्च-गुणवत्ता वाली छवियाँ कैप्चर करने के साथ-साथ हस्तक्षेप पैटर्न को कम करके शोर को प्रभावी ढंग से कम करने में भी सक्षम है।
वैज्ञानिकों के अनुसार यह शोधकार्य बड़े महत्त्व का है क्योंकि यह अवशोषण इमेजिंग पर निर्भर अनुसंधान क्षेत्रों में प्रयोगात्मक माप की विश्वसनीयता और सटीकता में काफी सुधार करेगा।
शोध में भाग लेने वाले शोधकर्ता गौरबल पाल के अनुसार यह सफलता वैज्ञानिकों को परमाणुओं के ऑप्टिकल घनत्व की सटीक गणना करने और तापमान, आकार और घनत्व जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों को निर्धारित करने में सक्षम बनाएगी, जिससे वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए नई संभावनाएं खुलेंगी।