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फिलीपीन की लड़ाकू शक्ति में बढ़त दिलाएगा ब्रह्मोस मिसाइलें और प्रचंड हेलीकॉप्टर

© AP Photo / Ajit KumarIndia's supersonic Brahmos cruise missiles
India's supersonic Brahmos cruise missiles - Sputnik भारत, 1920, 19.04.2024
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फिलीपींस ने जनवरी 2022 में ब्रह्मोस की तीन बैटरी की आपूर्ति के लिए भारत के साथ 375 मिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए। साथ ही दोनों देशों में प्रचंड को हेलीकॉप्टर लेकर बातचीत अंतिम स्टेज में है।
फिलीपींस की नौसेना के पूर्व नौसैनिक अधिकारी जोस रेनन सुआरेज़ ने कहा कि भारत के बनीए गए प्रचंड हेलीकॉप्टरों और ब्रह्मोस मिसाइलों की खरीद से फिलीपींस की सेना को बढ़ावा मिलेगा। ये हथियार मिलने के बाद फिलीपींस किसी भी युद्ध के लिए अधिक तैयार हो जाएंगे।
गौरतलब है कि फिलीपींस के पास वर्तमान में कोई सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल नहीं है। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल उसे रक्षात्मक और आक्रामक दोनों उद्देश्यों के लिए एक शीर्ष स्तरीय प्रक्षेप्य प्रदान करेगी।

रणनीतिक निवारक

290 किमी की मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मनीला के विरोधियों के लिए रणनीतिक निवारक के रूप में कार्य करेगा, विशेषकर जब दुनिया भर के कई सैन्य विशेषज्ञों ने स्वीकार किया है कि भारत-रूसी द्वारा बनाई गई इस मिसाइल को रोकना लगभग असंभव है

सुआरेज़ ने Sputnik भारत के साथ बातचीत में कहा, "ब्रह्मोस फिलीपींस को जमीन-आधारित जहाज-रोधी क्षमता प्रदान करता है, जिसकी इसमें बेहद कमी है।"

उन्होंने कहा, "हालांकि खतरों का पता लगाने, पहचानने, ट्रैकिंग, लक्ष्यीकरण और निष्फल करने के लिए इसकी पारिस्थिति को तकनीकी रूप से विकसित करने की आवश्यकता है।"
फिलीपींस और चीन दोनों के दक्षिण चीन सागर में अपने जल क्षेत्र पर अतिक्रमण के आरोपों को देखते हुए मनीला के लिए ब्रह्मोस की आपूर्ति बेहद महत्वपूर्ण है।
ब्रह्मोस मिसाइलों को कुछ महीने पहले भारत से फिलीपींस में उतारना था, लेकिन इन मिसाइलों की आपूर्ति में देरी हुई, क्योंकि फिलीपींस में उनके लिए नियुक्ति स्थल तैयार नहीं थे।
ब्रह्मोस मिसाइल के अलावा, फिलीपींस भारत के द्वारा निर्मित प्रचंड हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए नई दिल्ली के साथ एक सौदे पर कार्य कर रहा है।
© AP Photo / Aijaz RahiIndia's indigenous light combat helicopter Prachand performs aerobatic maneuvers during the inauguration of the Aero India 2023 at Yelahanka air base in Bengaluru, India, Monday, Feb. 13, 2023.
India's indigenous light combat helicopter Prachand performs aerobatic maneuvers during the inauguration of the Aero India 2023 at Yelahanka air base in Bengaluru, India, Monday, Feb. 13, 2023. - Sputnik भारत, 1920, 19.04.2024
India's indigenous light combat helicopter Prachand performs aerobatic maneuvers during the inauguration of the Aero India 2023 at Yelahanka air base in Bengaluru, India, Monday, Feb. 13, 2023.

युद्ध अभियानों में करीबी वायु सुरक्षा के लिए गो-टू-प्लेटफॉर्म

प्रचंड दुनिया का एकमात्र लड़ाकू हेलीकॉप्टर है, जो 16,000 फीट से ऊपर उड़ान भरने में सक्षम है। यह पहाड़ी इलाकों में विभिन्न प्रकार के लड़ाकू अभियानों को अंजाम देने के लिए हवा से सतह और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों जैसे हथियारों से लैस है।
हाल ही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के प्रमुख सीबी अनंतकृष्णन ने खुलासा किया कि प्रचंड हेलीकॉप्टरों के निर्यात ऑर्डर के लिए फिलीपींस के साथ बातचीत उन्नत चरण में है।
सुआरेज़ ने स्वीकार किया कि भारत से प्रचंड के अधिग्रहण से उग्रवाद विरोधी अभियानों के दौरान करीबी हमले या छापे मारने की फिलीपीन वायु सेना की क्षमता को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा, "यदि आवश्यक हथियार लोड-आउट उपलब्ध हैं और आसानी से पुनःपूर्ति योग्य हैं, तो प्रचंड वायु सेना की नजदीकी हमले की आवश्यकताओं के लिए एक उपयुक्त मंच हो सकता है।"
सुआरेज़ ने आगे कहा कि ये हथियार प्रणालियां देश के रक्षा बलों की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करेंगी, जिससे देश के भीतर और इसकी सीमाओं के बाहर कई प्रकार के मिशनों को अंजाम देने की उनकी क्षमता बढ़ेगी।
इससे पहले भारतीय सेना के एक दिग्गज मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) संजय सोई ने दावा किया था कि हेलीकॉप्टर की बहुमुखी प्रकृति को देखते हुए प्रचंड फिलीपीन सेना के लिए एक वरदान बन सकता है।

सोई ने कहा, "प्रचंड हेलीकॉप्टर अपने विभिन्न अभियानों में फिलिपिनो रक्षा बलों का समर्थन करने में सक्षम है। यह बड़े-श्रृंखला द्वीपों की रक्षा कर सकता है, थलसेना विरोधी भूमिका निभा सकता है, उग्रवाद विरोधी अभियान चला सकता है और युद्ध अभियानों के दौरान जमीनी सैनिकों और वायु सेना का समर्थन सहायता कर सकता है।"

सोई ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, "चूंकि यह टैंकों के विरुद्ध बहुत प्रभावी है, इसलिए प्रचंड को भी उनके बख्तरबंद कोर में सम्मिलित किया जा सकता है।"
Brahmos missile  - Sputnik भारत, 1920, 18.04.2024
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