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TAPI परियोजना से दक्षिण एशिया में होगा ऊर्जा गतिशीलता परिवर्तन
TAPI परियोजना से दक्षिण एशिया में होगा ऊर्जा गतिशीलता परिवर्तन
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TAPI पाइपलाइन कंपनी लिमिटेड (TPCL) के सीईओ मुहम्मतमिरत अमानोव ने शनिवार को कहा कि तुर्कमेनिस्तान ने इस गैस परियोजना को पूरा करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
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TAPI पाइपलाइन कंपनी लिमिटेड (TPCL) के सीईओ मुहम्मतमिरत अमानोव ने शनिवार को कहा कि तुर्कमेनिस्तान ने इस गैस परियोजना को पूरा करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।उन्होंने कहा कि तुर्कमेनिस्तान ने पाइपलाइन के अपने खंड को पूरा किया है और गैस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के साथ बातचीत की जा रही है।अमानोव ने साथ ही कहा कि परियोजना को अंतरराष्ट्रीय उत्सर्जन मानदंडों को ध्यान में रखते हुए क्रियान्वित किया जा रहा है जिसमें तुर्कमेनिस्तान मध्य और दक्षिण एशिया में प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ाकर ग्रीनहाउस गैसों को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।तापी गैस पाइपलाइन परियोजना की परिकल्पना पहली बार 1995 में की गई थी, जब पाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान की तत्कालीन सरकारों के मध्य एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके उपरांत अफगानिस्तान और भारत इस परियोजना में सम्मिलित हो गए, यह अनुभव करते हुए कि पाइपलाइन उनकी ऊर्जा आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। तुर्कमेनिस्तान खंड पर निर्माण 2015 में आरंभ हुआ, जबकि परियोजना अफगानिस्तान और पाकिस्तान में 2018 में आरंभ हुई।
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tapi पाइपलाइन कंपनी लिमिटेड (tpcl), गैस परियोजना, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के साथ बातचीत, तुर्कमेनिस्तान
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TAPI परियोजना से दक्षिण एशिया में होगा ऊर्जा गतिशीलता परिवर्तन
14:14 28.04.2024 (अपडेटेड: 14:15 28.04.2024) अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रास्ते तुर्कमेनिस्तान से भारत पहुंचने वाली गैस पाइपलाइन परियोजना क्षेत्र में गतिशीलता को परिवर्तित करने के लिए तैयार है, मुख्यतः जब भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसित हो रहा है।
TAPI पाइपलाइन कंपनी लिमिटेड (TPCL) के सीईओ मुहम्मतमिरत अमानोव ने शनिवार को कहा कि तुर्कमेनिस्तान ने इस गैस परियोजना को पूरा करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
अमानोव ने पेरिस में आयोजित तुर्कमेन एनर्जी इन्वेस्टमेंट फोरम में कहा, "तुर्कमेनिस्तान ने तापी गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट में बहुत आगे बढ़ गया है, जिसका लक्ष्य दक्षिण एशिया को वार्षिक 33 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस की आपूर्ति करना है।"
उन्होंने कहा कि तुर्कमेनिस्तान ने पाइपलाइन के अपने खंड को पूरा किया है और गैस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के साथ बातचीत की जा रही है।
अमानोव ने साथ ही कहा कि परियोजना को अंतरराष्ट्रीय उत्सर्जन मानदंडों को ध्यान में रखते हुए क्रियान्वित किया जा रहा है जिसमें तुर्कमेनिस्तान मध्य और दक्षिण एशिया में प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ाकर ग्रीनहाउस गैसों को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
तापी गैस पाइपलाइन परियोजना की परिकल्पना पहली बार 1995 में की गई थी, जब पाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान की तत्कालीन सरकारों के मध्य एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
इसके उपरांत
अफगानिस्तान और भारत इस परियोजना में सम्मिलित हो गए, यह अनुभव करते हुए कि पाइपलाइन उनकी ऊर्जा आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
तुर्कमेनिस्तान खंड पर निर्माण 2015 में आरंभ हुआ, जबकि परियोजना अफगानिस्तान और पाकिस्तान में 2018 में आरंभ हुई।