https://hindi.sputniknews.in/20240613/bhaarit-ko-aatmniribhri-auri-sshkt-bnaanaa-phlii-praathmiktaa-riaajnaath-sinh-7608995.html
भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना पहली प्राथमिकता: राजनाथ सिंह
भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना पहली प्राथमिकता: राजनाथ सिंह
Sputnik भारत
राजनाथ सिंह ने दूसरी बार रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही साफ कर दिया कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
2024-06-13T16:02+0530
2024-06-13T16:02+0530
2024-06-13T16:02+0530
डिफेंस
भारत
आत्मनिर्भर भारत
भारत का विकास
भारत सरकार
रक्षा मंत्रालय (mod)
make in india
तकनीकी विकास
राष्ट्रीय सुरक्षा
राजनाथ सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0a/18/5045520_0:53:1072:656_1920x0_80_0_0_178baf58c6921ebd6e6eaa8cf2a8c137.jpg
रक्षामंत्री ने कहा कि 21000 करोड़ के निर्यात के लक्ष्य को पूरा करके अब अगले पांच साल में रक्षा निर्यात को 50000 करोड़ रुपए तक पहुंचाना है। इसी साल अप्रैल में रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत का रक्षा निर्यात वित्तीय वर्ष 2023-24 में पिछले साल की तुलना में 32.5 प्रतिशत बढ़कर 21083 करोड़ रुपए का हो गया है।15 जनवरी, 2021 को सेना दिवस की परेड में पहली बार ड्रोन वारफेयर का प्रदर्शन करने के बाद रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी कंपनियों को साथ लेकर ड्रोन विकसित करने का बड़ा कार्यक्रम शुरू किया। 2022 में फिलीपींस ने भारत और रूस के साझा उत्पादन ब्रह्मोस मिसाइल को खरीदा जो भारतीय रक्षा उत्पादों का पहला बड़ा निर्यात था। पिछले दशक में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया भी तेज़ हुई है। तीनों सेनाओं को लगातार आधुनिक हथियार और सिस्टम दिए जा रहे हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि भारतीय सेनाओं को ताक़तवर बनाने की प्रक्रिया पहले की ही तरह जारी रहेगी।
https://hindi.sputniknews.in/20240612/bhaarat-men-chunaavon-ko-samay-pr-karvaane-ke-lie-bhaaratiiy-vaayusenaa-ne-bharii-kul-1000-ghante-kii-urdaan-7603151.html
भारत
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0a/18/5045520_0:0:1072:805_1920x0_80_0_0_3fdb00147ab53ed606557344b144c6c6.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
आत्मनिर्भर भारत, make in india, मेक इन इंडिया, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय रक्षा उत्पाद, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत, ब्रह्मोस मिसाइल, फिलीपींस, रूस, रक्षा निर्यात
आत्मनिर्भर भारत, make in india, मेक इन इंडिया, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय रक्षा उत्पाद, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत, ब्रह्मोस मिसाइल, फिलीपींस, रूस, रक्षा निर्यात
भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना पहली प्राथमिकता: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने दूसरी बार रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही साफ कर दिया कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय लोगों का लक्ष्य अपने देश को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
रक्षामंत्री ने कहा कि 21000 करोड़ के निर्यात के लक्ष्य को पूरा करके अब अगले पांच साल में रक्षा निर्यात को 50000 करोड़ रुपए तक पहुंचाना है। इसी साल अप्रैल में रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत का रक्षा निर्यात वित्तीय वर्ष 2023-24 में पिछले साल की तुलना में 32.5 प्रतिशत बढ़कर 21083 करोड़ रुपए का हो गया है।
राजनाथ सिंह ने अपने पिछले कार्यकाल में खासतौर पर रक्षा उत्पादों को स्वदेशी कंपनियों से खरीदने के लिए खास प्रयास किए थे। रक्षा मंत्रालय ने 2020 से उन रक्षा उत्पादों की सूची जारी करनी शुरू की थी जिन्हें अब केवल स्वदेशी कंपनियों से ही खरीदा जाएगा।
15 जनवरी, 2021 को सेना दिवस की परेड में पहली बार ड्रोन वारफेयर का प्रदर्शन करने के बाद रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी कंपनियों को साथ लेकर ड्रोन विकसित करने का बड़ा कार्यक्रम शुरू किया। 2022 में
फिलीपींस ने भारत और रूस के साझा उत्पादन ब्रह्मोस मिसाइल को खरीदा जो भारतीय रक्षा उत्पादों का पहला बड़ा निर्यात था।
राजनाथ सिंह के पिछले कार्यकाल में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद पर जनरल विपिन रावत की नियुक्ति हुई थी। संभावना है कि इस कार्यकाल में सेनाओं की थियेटर कमान के पुनर्गठन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पिछले कुछ महीनों में रक्षामंत्रालय ने थियेटर कमान को अंतिम रूप देने के लिए लगातार बैठकें की हैं।
पिछले दशक में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया भी तेज़ हुई है। तीनों सेनाओं को लगातार आधुनिक हथियार और सिस्टम दिए जा रहे हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि भारतीय सेनाओं को ताक़तवर बनाने की प्रक्रिया पहले की ही तरह जारी रहेगी।